अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत लगातार नए-नए कीर्तिमान रच रहा है. इस नए भारत के लिए अब कुछ भी ‘असंभव’ नहीं रह गया है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चांद के बाद अब भारत ने सूर्य तक पहुंचने की भी तैयारी कर ली है। इसके लिए भारत की स्पेस एजेंसी इसरो द्वारा आदित्य एल-1 का प्रक्षेपण अगले महीने यानी सितम्बर में आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से किया जाएगा। भारत के लिए आदित्य एल-1 का प्रक्षेपण बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत का पहला ऐसा अंतरिक्ष अभियान होगा जो सूर्य का अध्ययन करने के लिए भेजा जाएगा।
इसरो के अनुसार, आदित्य एल-1 सूर्य पर अध्ययन करेगा। ये पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर यात्रा करके ‘हेलो ऑर्बिट’ में पहुंचेगा। स्पेसक्राफ्ट के इस ऑर्बिट में पहुंचने के बाद लगातार सूर्य पर नजर रखा जा सकेगा। बता दें, यह ऑर्बिट ऐसी जगह है जहां पर सूर्य ग्रहण का कोई असर नहीं होता। जिससे सूर्य की गतिविधियों और अंतरिक्ष पर इसके पड़ने वाले असर का अध्ययन आसानी से किया जा सकता है।
सूर्य पर अब तक अमेरिका, जर्मनी और यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने कुल 22 मिशन भेजे हैं। सबसे ज्यादा मिशन नासा द्वारा भेजे गए हैं। नासा ने अपना पहला सूर्य मिशन पायोनियर-5 वर्ष 1960 में भेजा था।