सोसायटी बनाकर क्षेत्र के दो हजार ग्राहकों से करीब आठ करोड़ रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है. पुलिस ने मामले में सोसायटी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और पांच डायरेक्टर के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
तहरीर में विकासनगर के रसूलपुर निवासी सुधीर कुमार ने बताया कि कि वर्ष 2015 में जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी परपज को-ऑपरेटिव सोसायटी ने लक्ष्मणपुर और बाबूगढ़ में दो शाखाएं खोली. जिसमें उन्हें सोसायटी का कोर मेंबर बनाया गया. 30 अन्य लोगों को सोसायटी में एजेंट के रूप में नियुक्त किया गया. जिनके माध्यम से बचत खाते खुलवाए गए.
आरडी और एफडी की गई. अभिकर्ताओं ने करीब दो हजार लोगों को सोसाइटी से जोड़ा. वर्ष 2022 में दिल्ली नागलोई ऑफिस ने खाताधारकों की जमा धनराशि देना बंद कर दिया. जिनसे खाताधारकों के करीब आठ करोड़ रुपये फंस गए हैं. खाताधारक लगातार अभिकर्ताओं पर पैसे लौटने का दबाव बना रहे हैं, जिससे अभिकर्ता भी भारी मानसिक दबाव में हैं.
कोतवाली प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि हरियाणा के साखोल बहादुरगढ़ निवासी सोसायटी के अध्यक्ष कपिल देव राठी दिल्ली के पश्चिम विहार के पंजाबी बाग निवासी उपाध्यक्ष मोनिका कपूर, डायरेक्टर पंकज, गंभीर, नवीन देशवाल, विकास कुमार, रमेश अरोड़ा के खिलाफ धोखाधड़ी, अनियमित जमा योजनाओं पर प्रतिबंध अधिनियम, उत्तराखंड जमाकर्ता के हितों का संरक्षण अधिनियम, इनामी चिट फंड और धन परिचालक स्कीम अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. बताया कि उपनिरीक्षक विवेक भंडारी मामले की जांच कर रहे हैं.