पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पाखरो टाइगर सफारी प्रकरण में पूर्व वन मंत्री डा हरक सिंह रावत से जुड़े प्रतिष्ठानों पर हुई कार्रवाई के मामले में हरक पर तीखा प्रहार किया है.
मीडिया से बातचीत में इस प्रकरण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पाप का घड़ा एक दिन भरता ही है. साथ ही कहा कि टाइगर सफारी प्रकरण की जांच हो रही है. हम भी चाहते हैं कि यह निष्पक्ष ढंग से हो. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि टाइगर सफारी मामले में यदि अदालत ने सीबीआइ जांच की बात कही है तो सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो भी भ्रष्टाचार करता है या प्रोत्साहित करता है, उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि राजनीतिक व सामाजिक जीवन से जुड़े व्यक्तियों में पारदर्शिता और ईमानदारी का अभाव हो रहा है. भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत से जुड़े मामले को लेकर कांग्रेस के आरोप निराधार हैं. भाजपा सरकार का जांच एजेंसियों के कार्यों में कोई दखल नहीं है.
उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री हरक सिंह के मामले में पहले से ही जांच चल रही है. कांग्रेस के कई नेता विभिन्न जांच का सामना कर रहे हैं, ऐसे में कांग्रेस भाजपा पर कैसे दोषारोपण कर सकती है. उन्होंने कहा कि धामी सरकार जनता के प्रति जवाबदेह है और वह किसी पूर्वाग्रह से ग्रसित नहीं है. कांग्रेस को जांच एजेंसियों के कार्यों पर प्रश्नचिह्न लगाने के बजाय सकारात्मक रुख अपनाना चाहिए.