यूक्रेन के खार्किव क्षेत्र में एक गांव में रूसी सेना के हमले में छह साल के बच्चे समेत 51 मारे गए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ ने यह दावा किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और कीव के अन्य शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि रूसी रॉकेट ने पूर्वी यूक्रेन के गांव में कैफे और स्टोर को निशाना बनाया, जो विस्फोट के बाद तबाह हो गया। यह पिछले कुछ महीनों में सबसे घातक हमला है। जिसमें 51 नागरिकों की मौत हो गई।
वहीं, खार्किव क्षेत्र के गवर्नर ओलेह सिनेहुबोव ने कहा कि खार्किव के कुपयांस्क जिले के ह्रोजा गांव में एक कैफे और एक दुकान पर हमला हुआ। उस समय कई नागरिक मौजूद थे। उन्होंने कहा कि हमला स्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है।
अधिकारियों ने कहा कि कैफे के मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं, हमले के बाद कई लोगों के शव मैदान में बिखरे हुए थे। यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि जब मिसाइल हमला हुआ, तब बच्चों सहित लगभग 60 लोग कैफे में मौजूद थे।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन के सहयोगियों से समर्थन जुटाने के लिए स्पेन में लगभग 50 यूरोपीय नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने हमले की निंदा करते हुए रूस का क्रूर अपराध और आतंकवादी कृत्य बताया। वहीं, अमेरिका ने इसे भयानक हमला बताते हुए कहा कि वह यूक्रेन के लोगों को उनकी स्वतंत्रता के लिए लड़ने और उनकी मदद करने के लिए हर संभव कोशिश करेगा। संयुक्त राष्ट्र ने भी इसे भयानक हमला करार दिया है।
अधिकारियों ने बचावकर्मियों के सुलगते मलबे पर चढ़ने के फुटेज पोस्ट किए। शव कंक्रीट और धातु के स्लैब के पास पड़े थे। यह अभी साफ नहीं हो सका है कि रूसी सेना ने गांव पर गोलाबारी की थी या मिसाइल दागी थी। स्पेन में एक सम्मेलन में हिस्सा लेने गए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी आतंकवाद को रोका जाना चाहिए।