युद्धग्रस्त सीरिया में एक सैन्य अकादमी पर ड्रोन से बमबारी में करीब 100 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। बताया जाता है कि सैन्य समारोह से सीरिया के रक्षा मंत्री के जाने के कुछ ही मिनट बाद ड्रोन बम बरसाने लगे। इसे सीरियाई सैन्य ठिकानों पर अब तक का सबसे खूनी हमला माना जा रहा है। सीरिया पिछले 12 वर्षों से गृहयुद्ध की त्रासदी से जूझ रहा है।
सीरिया के रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि इस हमले में सैनिक और नागरिक दोनों मारे गए हैं। रक्षा मंत्रालय के बयान में इसका जिक्र नहीं किया गया है कि इस हमले को किस समूह ने अंजाम दिया है। देश के रक्षा और विदेश मंत्रालय ने साझा बयान में कहा है कि इस हमले को पूरी ताकत से जवाब दिया जाएगा।
सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने मध्य सीरिया के हुम्स प्रांत में स्थित सैन्य अकादमी पर बमबारी को आंतकी हमला करार दिया है। हालांकि, अभी किसी भी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। वहीं, सीरियाई सरकारी बलों ने पूरे दिन आतंकियों के कब्जे वाले इदलिब क्षेत्र पर भारी बमबारी की है।
सैन्य अकादमी में समारोह के लिए सजावट करने वाले एक चश्मदीद ने बताया कि समारोह के बाद लोग आंगन में चले गए और विस्फोटकों की चपेट में आ गए। हमें नहीं पता कि बमबारी कैसे की गई। उन्होंने कहा कि बमबारी के बाद जमीन पर लाशें बिखरी हुई थीं। वहीं, सोशल मीडिया पर साझा किए गए फुटेज में एक परिसर में बहुत से लोग खून से लथपथ पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। जबकि कुछ शव जलते हुए दिख रहे हैं।
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि इस हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए और 125 घायल हुए हैं। सीरिया सरकार का समर्थन करने वाले गठबंधन के सूत्र ने कहा कि मरने वालों की संख्या लगभग 100 है।
वहीं, अमेरिका के एफ-16 लड़ाकू विमानों ने गुरुवार को नाटो सहयोगी तुर्किये के एक ड्रोन को मार गिराया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस ड्रोन को सीरिया में अमेरिकी बलों के लिए संभावित खतरा माना जा रहा था।