भारतीय हॉकी टीम ने एशियन गेम्स में कमाल कर दिया। फाइनल में जापान को 5-1 से हराते हुए गोल्ड मेडल जीता। भारत के लिए मनप्रीत सिंह, कप्तान हरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास और अभिषेक ने गोल दागे। इस जीत के साथ ही भारत ने पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया है।
पहले हाफ में भारतीय टीम ने दमदार खेल दिखाया। भारतीय खिलाड़ियों ने आक्रमण करने जारी रखें। हालांकि, जापान के डिफेंडरों ने भारत को गोल करने से रोका, लेकिन भारत ने पेनल्टी कॉर्नर का बेहतरीन तरीके से उपयोग किया। मनप्रीत सिंह ने रिवर्स फ्लिक करके गेंद को गोलपोस्ट में भेजा और भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई।
हाफ टाइम के बाद भी भारत ने आक्रमण करना जारी रखा। जापानी खिलाड़ियों की गलती की वजह से भारत को 4 बार पेनल्टी कॉर्नर मिले। हालांकि, भारतीय टीम इसे भुनाने में सफल नहीं हुई। जब दूसरे क्वार्टर में भारत को पांचवीं बार पेनल्टी कॉर्नर मिला, तब कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बेहतरीन ड्रैग-फ्लिकर की मदद गोल दागा। इस गोल से भारतीय टीम ने 2-0 की बढ़त बना ली।
वहीं, तीसरे क्वार्टर में भारत के लिए अमित रोहिदास ने गोल दागकर भारत की बढ़त 3-0 कर दी। आखिरी क्वार्टर में भारत के लिए अभिषेक ने गोल दागकर इस बढ़त को 4-0 तक पहुंचा दिया। आखिरी पलों में जापान ने एक गोला दागा। आखिरी मिनट में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने गोल दागकर बढ़त 5-1 कर दी। फाइनल सीटी बचने के बाद भारत ने मैच 5-1 से जीत लिया। एशियन गेम्स में भारतीय हॉकी का यह चौथा गोल्ड मेडल है।