इजराइल-हमास युद्ध का 13वां दिन है। बाइडेन के इजराइल दौरे के बाद अमेरिका ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। ये प्रतिबंध ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन प्रोग्राम पर लागू होंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इसकी जानकारी दी। ईरान जिस तरह से हमास का समर्थन कर रहा है ये किसी से भी छुपा नहीं है। अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध ऐसे समय में लगाया है, जब ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन प्रोग्राम पर सुरक्षा परिषद द्वारा साल 2015 में लगा प्रतिबंध समाप्त होने वाला है। हालांकि, अमेरिका ने उससे पहले ही ईरान पर नए प्रतिबंध की घोषणा कर दी है।
वहीं, इससे पहले 18 अक्टूबर को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल का दौरा किया, साथ ही बाइडेन ने कहा कि अमेरिका इजराइल के साथ खड़ा है। बाइडेन ने गाजा में अस्पताल पर हुए हमले के मामले में भी इजराइल को क्लीन चिट देते हुए कहा कि अस्पताल पर हमला इजराइल का काम नहीं है बल्कि इसमें दूसरी टीम का हाथ है।
इतना ही नहीं, बाइडेन ने एक बार फिर खुले तौर पर हमास को आईएसआईएस से भी बदतर बताया और कहा कि हमास ने हजारों इजराइलियों की जान ली है।
बता दें कि इससे पहले यूरोपीय देशों ने बीते महीने एक संयुक्त बयान जारी किया था। जिसमें ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने ईरान पर मिसाइल और परमाणु प्रतिबंध बरकरार रखने का निर्णय लिया था। एक संयुक्त बयान में उन्होंने कहा था कि वे समझौते का पालन नहीं करने के लिए ईरान पर अपने प्रतिबंध बरकरार रखेंगे।