चारधाम यात्रा मार्ग समेत उत्तराखंड की प्रमुख सड़कों पर हर 100 किलोमीटर पर एक इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) चार्जिंग स्टेशन होगा। इसकी तैयारी तेज हो गई है। परिवहन मुख्यालय ने सभी जिलों के डीएम से 100 वर्ग मीटर जमीन, बिजली कनेक्शन और इंटरनेट की उपलब्धता का ब्यौरा मांगा है। 2025 तक यह लक्ष्य पूरा किया जाना है।
दरअसल, पिछले साल मसूरी में हुए चिंतन शिविर में परिवहन विभाग से संबंधित अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई थी। इस पर कैबिनेट बैठक में कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराने को भी कहा गया था। इसके तहत वर्ष 2025 तक हर 100 किलोमीटर पर एक ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित होगा।
वर्ष 2030 तक हर 50 किमी पर एक ईवी चार्जिंग स्टेशन बनेगा। इसके लिए सभी जिलों में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा। संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह की ओर से सभी जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में कहा गया है कि एक स्टेशन के लिए 100 वर्ग मीटर भूमि, न्यूनतम 60 से 70 किलोवाट का बिजली कनेक्शन और इंटरनेट कनेक्टिविटी की आवश्यकता है। लिहाजा, उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को इसकी रिपोर्ट भेजने को कहा है। रिपोर्ट आने के बाद रूट मैप को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद परिवहन मुख्यालय शासन को इसका प्रस्ताव बनाकर भेजेगा।
सरकार कार्बन फुटप्रिंट कम करने नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग बढ़ाने के लिए ये कदम उठा रही है। सरकार का मकसद चारधाम यात्रा मार्गों पर भी अधिक से अधिक ईवी वाहनों के संचालन को बढ़ावा देने का है, जिसके लिए समय से ईवी चार्जिंग स्टेशन का काम जरूरी होगा।