नेपाल समेत उत्तर भारत में में भूकंप के झटके महसूस हुए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, 3 अक्टूबर की रात 11.32 बजे नेपाल में तेज भूकंप के झटके आए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई. इस कारण दिल्ली-एनसीआर, यूपी और उत्तराखंड और बिहार झटके महसूस किए गए. जहां भारत में भूकंप के झटकों से जान-माल का नुकसान नहीं हुआ, वहीं
नेपाल में भारी तबाही मची है. यहां भूकंप के कारण अबतक मरने वालों की संख्या 132 पहुंच गई है, जबकि सैकड़ों लोगों के घायल होने की खबर है.
नेपाल में भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित जिले जाजरकोट और रुकुम पश्चिम है. प्रधानमंत्री के निजी सचिवालय के अनुसार, जाजरकोट भूकंप में 91 लोगों की मौत हो गई है और 55 लोग घायल हो गए हैं. वहीं, रुकुम वेस्ट में 36 लोगों की मौत हो गई और 85 लोग घायल हो गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल को हर संभव सहायता का आश्वासन देते हुए कहा भूकंप से हुए जान-माल के नुकसान पर दुख जताया. उन्होंने कहा, नेपाल में भूकंप के कारण हुई जनहानि और क्षति से अत्यंत दुखी हूं. भारत नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.