त्योहारी सीजन में कीमतों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने नवंबर में खुदरा बाजारों में अपने बफर स्टॉक से एक लाख टन प्याज जारी करने की घोषणा की है. जिसके अनुसार 170 से अधिक शेहरों और 685 केंद्रों में सेल प्वाइंड लगाए हैं. इसी के तहत शुक्रवार को 100 से अधिक शहरों के लिए प्याज जारी करेगी.
खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार ने कहा, सरकारी हस्तक्षेप के कारण कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, इंदौर, भोपाल, रायपुर, रांची, जयपुर और कोटासहित कई शहरों में प्याज की कीमत कम हो गई है. दिल्ली व आसपास के इलाकों में प्याज 70 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. ऐसे में दिल्ली-एनसीआर,जयपुर (22), लुधियाना (12), वाराणासी (10), रोहतक (6) और श्रीनगर (5) में 71 स्थानों पर वैन के माध्यम से रियायती कीमतों पर प्याज बेची जा रही है.
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) ने शुक्रवार को कहा, वह दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के अलावा जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल तक सभी राज्यों में 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती भाव पर प्याज बेचेगा. इसका मकसद उपभोक्ताओं को प्याज की ऊंची कीमतों से राहत दिलाना है. केंद्र सरकार की ओर से एनसीसीएफ ने 9 सितंबर से दिल्ली और उसके आसपास 100 विभिन्न स्थानों पर रियायती दर पर प्याज की खुदरा बिक्री शुरू की है. सहकारी संस्थान ने पिछले दो सप्ताह से श्रीनगर, जयपुर, वाराणसी और दिल्ली-एनसीआर में पेटीएम, मैजिकपिन और मायस्टोर के जरिये ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) मंच पर ऑनलाइन प्याज बेच रहा है. अब तक 416 वैन चल रही हैं और खुदरा बाजारों में 2,219.61 टन प्याज बेचे जा चुके हैं. एनसीसीएफ चालू वर्ष के लिए सरकार के 5 लाख टन के बफर स्टॉक से प्याज बेच रहा है.