कांग्रेस नेता राहुल गांधी उत्तराखंड दौरे पर 5 नवंबर (रविवार) को देहरादून पहुंचे. जहां उन्होंने केदारनाथ पहुंचकर भगवान केदार की पूजा आराधना की. वहीं अब राहुल गांधी के उत्तराखंड दौरे को लेकर सियासत भी शुरु हो गई है. भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी के दौरे को लेकर तंज कसा और कहा कि ये सनातन धर्म की जीत है.
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि 100 करोड़ सनातनियों के जागने से गांधी परिवार को भी अब मंदिर-मंदिर भटकना पड़ रहा है. यह सनातन धर्म की जीत है. उनका कहना था कि ऐसा क्यों है कि चुनाव आते ही राहुल गांधी और सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी को मंदिरों की याद आती है. चाहे केदारनाथ हो या काशी हो यह सब लोग चुनाव आते ही मंदिरों में जाना शुरू कर देते हैं.
उन्होंने कहा कि वैसे तो यह देवभूमि है, यहां पर हर किसी का हम स्वागत करते हैं और बाबा केदार का आशीर्वाद उसको मिलता है लेकिन यह सनातन धर्म की बहुत बड़ी जीत है कि गांधी परिवार को भी अब मंदिरों में आना पड़ रहा है. यह 100 करोड़ सनातनियों की बहुत बड़ी जीत है.
कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी हर एक विषय को धर्म से जोड़कर पेश करती है और वह हमेशा धर्म की राजनीति करती है. लेकिन देश की जनता सब जान चुकी है.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यह आध्यात्मिक और धार्मिक यात्रा है. लेकिन बीजेपी इस पर भी राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि सुरेश जोशी ने अपने ढाई मिनट के एक वीडियो में गांधी परिवार को जितना नीचा दिखाया जा सकता था उतना दिखाया. उन्होंने अपनी ओच्छी मानसिकता का परिचय देते हुए गांधी परिवार के खिलाफ जितना जहर उगलना था उतना उगल लिया.
बीजेपी से सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि 2013 में जब केदारनाथ में देवीय आपदा से बड़ी तबाही आई थी. उसके बाद केदारनाथ जाने से लोग डर रहे थे, उसे समय में राहुल गांधी 19 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके केदारनाथ पहुंचे थे. उस समय भी देश में नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं आई थी न ही नरेंद्र मोदी जी का नेतृत्व भारत को मिला था लेकिन फिर भी राहुल गांधी 19 किलोमीटर पैदल चल के केदारनाथ पहुंचे थे. एक संदेश देने लोगों को कि केदारनाथ सुरक्षित है. आज किस मुंह से सुरेश जोशी राहुल गांधी को और उनके परिवार को सनातन विरोधी बता रहे हैं.