उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 श्रमिक के परिजनों के लिए खुशखबरी है. मजदूरों को जल्द बाहर निकाला जा सकता है. टनल के अंदर इलेक्ट्रिसिटी का काम देख रहे गिरीश सिंह रावत के अनुसार अब मजदूरों को बचाने का ऑपरेशन अपने अंतिम दौर में चल रहा है. इस बीच केंद्रीय मंत्री वीके सिंह भी मौके पर पहुंचे हैं और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा ले रहे हैं.
उत्तरकाशी के DM अभिषेक रूहेला ने बताया, ‘अभी जो बचाव कार्य चल रहा है उसमें कुछ चुनौतियां आ रही हैं. उससे निजात पाने के लिए कुछ विशेषज्ञों को बुलाया गया है. उनके सलाह के आधार पर बचाव कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है.’
जानकारी है कि केंद्रीय मंत्री वीके सिंह सुरंग के भीतर जाएंगे. 54 मीटर के बाद अगला पाइप लगाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. अब सिर्फ 5 से 6 मीटर ड्रिलिंग ही बाकी है. जल्द ही उसके लिए ऑगर मशीन चलाई जाएगी. बता दें यह आखिरी पाइप हो सकता है.
वहीं इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन(आईटीए) के अध्यक्ष प्रो.आर्नोल्ड डिक्स ने सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की सराहना की है. उन्होंने कहा कि सुरंग से जुड़े हादसों में जब वह बचाव के लिए पहुंचते हैं तो ज्यादातर में अंदर फंसे लोगों की मौत हो चुकी होती है. जबकि यहां वह जिंदा है और उन्हें बहार निकालने के लिए रात-दिन प्रयास किए जा रहे हैं. आर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए विभिन्न विकल्पों पर एक साथ काम किया जा रहा है. प्रत्येक विकल्प में खतरे को भांप कर काम किया जा रहा है. पीएमओ के पूर्व सलाहकार ने बताया कि रुड़की से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है जो टनल के अंदर होने वाली वाइब्रेशन पर अपनी रिपोर्ट देगी. इससे टनल के भीतर खतरे का आकलन किया जा सकेगा.