उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू निरंतर जारी है. ऑगर मशीन के फेल होने के बाद रैट माइनर्स ने बाकी काम को पूरा करने का जिम्मा उठाया. माइक्रो टनलिंग एक्सपर्ट ने मजदूरों से कुल दूरी को लेकर बड़ी जानकारी दी है.
माइक्रो टनलिंग एक्सपर्ट ने बताया कि अब रेस्क्यू टीमें मजदूर सिर्फ 2-3 मीटर की दूरी पर हैं. ये काम शाम 5 बजे तक पूरा हो जाने की उम्मीद है.
इससे पहले सीएम धामी ने बताया था कि ऑगर मशीन 48 मीटर की खुदाई करने के बाद सुरंग में फंस गई थी. इसके बाद इसे काटकर बाहर निकाला गया. इसके बाद रैट माइनर्स को बुलाया गया. ये एक्सपर्ट मैन्युअल खुदाई कर रहे हैं. अब तक 4-5 मीटर खुदाई की जा चुकी है. पाइप भी डाले जा चुके हैं.रैट माइनर्स 800 मिमी व्यास के पाइप से घुसकर हाथ से मलबा निकाल रहे हैं. ताकि इनसे आगे पाइप डाला जा सके.
बता दें कि उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सिलक्यारा सुरंग केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चारधाम ‘ऑल वेदर सड़क’ परियोजना का हिस्सा है. ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही यह सुरंग 4.5 किलोमीटर लंबी है. 12 नवंबर को सुरंग का एक हिस्सा ढह गया. इससे मजदूर सुरंग के अंदर ही फंस गए. इन्हें निकलने के लिए 16 दिन से रेस्क्यू अभियान जारी है. लेकिन अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिली.