देश के प्रमुख शेयर बाजार बीएसई ने रिकार्ड तोड़ दिया है. बीएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण बुधवार को पहली बार चार ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 305.44 अंक चढ़कर 66,479.64 अंक पर पहुंच गया.
शेयर बाजार में खरीदारी की बदौलत बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बुधवार को सुबह के कारोबार में 3,33,26,881.49 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. 83.31 रुपये के विनिमय मूल्य पर यह राशि चार ट्रिलियन डॉलर से अधिक है.
वैश्विक बाजारों में भारतीय शेयर बाजार मार्केट के लिहाज से अमेरिका, चीन, जापान और हांगकांग के बाद पांचवें स्थान पर है. जबकि निफ्टी कैलेंडर वर्ष में अब तक 10% से अधिक मजबूत हुआ है. भारत का एम-कैप 2023 में लगभग 51 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया है. ऐसा छोटे और मिडकैप शेयरों के बेहतर प्रदर्शन और दलाल स्ट्रीट पर एक के बाद एक आने वाले आईपीओ के कारण है. भारत मई 2021 तीन ट्रिलियन डॉलर के क्लब में शामिल हुआ था.
लगभग 48 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ, अमेरिका अब तक दुनिया का सबसे बड़ा इक्विटी बाजार है. इसके बाद चीन (9.7 ट्रिलियन डॉलर) और जापान (6 ट्रिलियन डॉलर) का स्थान है.
ब्लूमबर्ग के डेटा के मुताबिक, इस कैलेंडर ईयर में अब तक भारत का मार्केट कैप करीब 15 पर्सेंट बढ़ा है, जबकि चीन के मार्केट कैप में 5 पर्सेंट की गिरावट आई है. टॉप-10 मार्केट कैप क्लब में अमेरिका एकमात्र ऐसा मार्केट है, जो 17 फीसदी के साथ भारत की तुलना में तेज रफ्तार से बढ़ा है. इस साल दुनिया के सभी बाजारों का संयुक्त मार्केट कैप 10 प्रतिशत बढ़कर 106 ट्रिलियन डॉलर हो गया है.