हरिद्वार: हरिद्वार स्थित जगन्नाथ धाम में स्वामी अरुण दास महाराज के सानिध्य में रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज की पुण्यतिथि पर सभी अखाड़ों के संतों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए दिव्य आत्मा बताया.
इस अवसर पर संत समागम में बोलते हुए महंत अरुण दास महाराज ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि ब्रह्मलीन गुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज युवा संतों के प्रेरणास्रोत हैं. वह दिव्य संत थे. स्वामी अरुण दास ने कहा कि गुरु से प्राप्त ज्ञान और संत परंपराओं का अनुसरण करते हुए समाज का मार्गदर्शन करने के साथ धर्म संस्कृति के प्रचार-प्रसार में योगदान कर रहे जो सभी के लिए प्रेरणादाई है.
स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि स्वामी अरुण दास महाराज के सानिध्य में जगन्नाथ धाम में कई सेवा के कार्य किए जाते हैं और स्वामी अरुण दास अपने गुरु की परंपराओं को आगे बढ़ा रहे हैं.
महंत रघुवीर दास, महंत सूरज दास, महंत नारायण दास पटवारी ने कहा कि रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य एक महान और दिव्य आत्मा थे. उनके अचानक चले जाने से संत समाज को जो छाती हुई है उसे कभी पूरा किया नहीं जा सकता. उनके बताए रास्ते पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी. श्रद्धांजलि समारोह में स्वामी अरुण दास सहित आश्रम के सभी ट्रस्टियों ने सभी संतों का स्वागत किया.