बागेश्वर: उत्तराखंड में मौसम बदल गया है. राज्य के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी है. केदारनाथ, बदरीनाथ में बर्फबारी के चलते पहाड़ों पर सफेद चादर बिछ गई है. पहाड़ियां चांदी सी चमक रही हैं. केदारनाथ धाम में तो 1 फीट तक बर्फ जम गई है, जिसके कारण वहां चल रहे निर्माण कार्य को रोकना पड़ा है. इतना ही नहीं केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में रात का तापमान माइनस 8 तक पहुंच गया है, जिसके कारण वहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है.
इसके अलावा उच्च पहाड़ी इलाकों में भी बर्फबारी का दौर जारी है. बागेश्वर जिले में भी बर्फबारी हो रही है। बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील के पिंडर घाटी में ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी हुई है. बागेश्वर के चिल्ठा चॉप की चोटियां बर्फ से ढक गई हैं.
राज्य में तापमान तेजी से गिरता जा रहा है, मैदानी इलाकों में भी तापमान कम होने लगा है. बारिश के साथ ही हिमपात से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड से बचने के लिए लोगों ने गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं. साथ ही हीटर और अलाव का भी उपयोग कर रहे हैं.
मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का अलर्ट जारी किया था. जिसके बाद मंगलवार शाम को आसमान में बादल छाए और रात में सभी क्षेत्रों में बारिश हुई. कपकोट तहसील में तीन हजार मीटर की उंचाई पर चिल्ठा मंदिर के साथ ही जातोली, बैलुनी बुग्याल, फुरकिया और पिंडारी जीरो प्वाइंट में हिमापात हुआ है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि निचले इलाकों में हल्की बारिश हुई है, लेकिन उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. चिल्ठा टॉप बर्फ से पूरी तरह ढंक गया है. यहां स्थित मंदिर परिसर भी बर्फ के आगोश में डूब गया है.
जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने कहा कि मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी. तहसील कपकोट के उच्च हिमालयी गांवों में बर्फबारी होने के समाचार मिले हैं.
उन्होंने बताया कि मौसम को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट पर रखा गया है. खाद्य पूर्ति की व्यवस्था वहां पहले ही की जा चुकी है. बर्फबारी अधिक हुई तो सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें भी तैनात की जाएंगी.