मध्य प्रदेश में भाजपा की बंपर जीत के बाद मुख्यमंत्री के नाम का सस्पेंस आठ दिन बाद सोमवार को खत्म हुआ। इस बार उज्जैन दक्षिण से विधायक मोदन यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया है.
राज्य में विधानसभा स्पीकर की कमान नरेंद्र सिंह तोमर के हाथों में दी गई है, जबकि राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को डिप्टी सीएम बनाया गया है.
बता दें कि, मोहन सिंह यादव उज्जैन दक्षिण से 3 बार के विधायक हैं. वह शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं. मोहन यादव को संघ का काफी करीबी माना जाता है। जानकारी के अनुसार शिवराज सिंह चौहान ने ही मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव विधायक दल की बैठक में किया था.
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक से पहले पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, पर्यवेक्षकगण हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण एवं पार्टी की राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शिष्टाचार की बैठक हुई थी. इसी दौरान सीएम के नाम पर मुहर लगी और फिर विधायक दल की बैठक में सभी को इस बाबत सूचित किया गया.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान हुआ और तीन दिसंबर को विधानसभा चुनावों के नतीजे आए. भाजपा ने 230 सीटों वाली विधानसभा में 163 सीटों के साथ बम्पर बहुमत हासिल किया है. बीजेपी ने राज्य में मुख्यमंत्री का चुनाव करने के लिए 3 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा शामिल रहें।