पाकिस्तान में सेना के ठिकाने और एक पुलिस थाने पर भीषण आतंकवादी हमला हुआ है. अटैक में 23 लोग मारे गए हैं जबकि बड़ी संख्या में लोगों के घायल होने की सूचना है.
बता दे कि प्राप्त आंकड़ा अंतिम नहीं है, जिस कारण अभी मृतकों का आंकड़े में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. इससे पहले खबर थी कि हमले में 4 लोग ही मारे गए हैं, लेकिन अब आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. फ्रांसिसी न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक मरने वाले ज्यादातर लोग हमले के वक्त सो रहे थे. ये सभी लोग सामान्य कपड़े पहने हुए थे और सेना की ड्रेस में नहीं थे. ऐसे में अभी यह कहना मुश्किल हो रहा है कि हमले में कितने सैनिक मारे गए हैं और कितने आम नागरिक निशाना बने हैं.
पाकिस्तानी एजेंसियों का कहना है कि इस आतंकी हमले को एक आत्मघाती हमलावर ने कुछ अन्य आतंकियों के साथ मिलकर अंजाम दिया. आत्मघाती हमलावर विस्फोटक से भरी गाड़ी लेकर पुलिस थाने के अंदर चला गया. उसे रोका गया तो फायरिंग शुरू हो गई. इस हमले में आतंकियों ने बमों के अलावा बंदूकों का भी इस्तेमाल किया.
इतने बड़े हमले के लिए सेना और पुलिस तैयार नहीं थे. इसलिए बड़ा नुकसान झेलना पड़ गया. आतंकी हमले के तुरंत बाद बड़ी संख्या में सेना को बुलाया गया और उन्होंने जवाबी कर्रवाई की.
यह हमला अफगानिस्तान की सीमा से लगने वाले जिले डेरा इस्माइल खान में हुआ है. फिलहाल पाकिस्तान की सेना की ओर से इस हमले को लेकर कोई बयान नहीं आया है. यह भी साफ नहीं है कि हमलावर आतंकी संगठन का पाकिस्तान तालिबान से कोई लेना-देना है या नहीं. यह हमला ऐसी जगह पर हुआ, जहां पुलिस थाने और आर्मी बेस पास में ही अलग-अलग ही बने हुए हैं.
इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान ने ली है. हमला तब हुआ, जब एक विस्फोटक से लदी गाड़ी पुलिस स्टेशन के गेट से आकर टकरा गई. इसके बाद कुछ आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी और मुठभेड़ शुरू हो गई.
बता दें कि इसी साल जनवरी में पेशावर के एक मस्जिद में बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था. इस अटैक में 101 लोगों की मौत हो गई थी. पाकिस्तान में बीते कुछ महीनों में पुलिस थानों और सेना को टारगेट कर आतंकी हमलों के मामलों में बढ़ोतरी हुई है.