डीएम मयूर दीक्षित ने विद्यालयी शिक्षा के अधिकारियों की समीक्षा बैठक में सख्त हिदायत देते हुए कहा कि शिक्षा अधिकारी बोर्ड परीक्षा परिणामों में सुधार लाने के साथ स्कूलों के निर्माण कामों को प्राथमिकता से पूर्ण करें। इन मामलों में कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
गुरुवार को डीएम दीक्षित ने जिला सभागार में विद्यालयी शिक्षा की समीक्षा के लिए शिक्षा अधिकारियों की बैठक लेते हुए नवभारत साक्षरता कार्यक्रम, समग्र शिक्षा, बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा से सम्पादित क्रिया कलापों पर भी चर्चा की. बैठक में विद्यालयी शिक्षा को आवंटित बजट के सापेक्ष व्यय, बोर्ड परीक्षा परिणाम, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, विद्यालयों में निर्माण कार्य, बिजली, पानी, शौचालय, फर्नीचर, खेल सामाग्री, बच्चों को दी जाने वाली स्कूल ड्रेस, किताबें, बैग, जूते, मिड डे मील आदि को लेकर क्रमवार समीक्षा कर डीएम ने विद्यालयी व्यवस्थाओं को मजबूत करने के निर्देश शिक्षा अधिकारियों को दिए.
बोर्ड परीक्षा परिणाम को लेकर डीएम ने सीईओ को बीईओ एवं विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की बैठक कर बोर्ड परीक्षा में कम प्रतिशत परिणाम वाले स्कूलों पर फोकस करने, पढ़ाई में कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने, सेंपल पेपरों के माध्यम से तैयारी करवाने तथा नियमित टेस्ट लेने, जनवरी-फरवरी में प्री बोर्ड करवाने के निर्देश दिये. डीएम ने कहा कि बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता को और निखारने को प्रत्येक ब्लॉक में एक-एक लाइब्रेरी भी बनाई जा रही है, जिसमें बैठकर बच्चे अध्ययन कर सके.
इसके अलावा इण्टर कालेज के छात्रों को प्राइवेट स्कूलों में रोस्टर बनाकर विजिट करवाने तथा संयुक्त रूप से प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित करवाने के निर्देश दिये. शिक्षा अधिकारियों को निर्माण कामों की स्वयं मानिटरिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि कमियों का संज्ञान लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करायें. बीईओ नरेंद्रनगर, प्रतापनगर व जौनपुर की अवगत कराई समस्याओं के निस्तारण का भरोसा डीएम ने दिया.
इस मौके पर सीईओ एसपी सेमवाल ने डीएम को नवभारत साक्षरता कार्यक्रम सहित जनपद की शिक्षा व्यवस्था से अवगत कराया. मौके पर बीईओ एनके हल्दियानी, ओपी वर्मा, श्रीकान्त पुरोहित, यशवन्त नेगी, एसएस कैंथूरा, हिमांशु श्रीवास्तव, विनीता कठैत, पूनम चौहान, मोनिका, जिला कॉडिनेटर निर्माणदायी संस्था अनिल बिष्ट आदि मौजूद रहे.