देवभूमि उत्तराखंड वैसे को किसी न किसी खबर को लकर अक्सर सुर्खियों में बना ही रहता है, प्रदेश में होने वाली बड़ी घटनाएं खासतौर पर देश का ध्यान खींचती हैं. इस साल भी ऐसे कई मुद्दे और घटनाएं रही जिसने न केवल पूरे देश का ध्यान अपनी तरकफ खींचा बल्कि लोगों को इनके बारे में सोचने पर भी मजबूर कर दिया . साल 2023 खत्म होने जा रहा है ऐसे में इसके जाते-जाते ऐसी ही कुछ प्रमुख घटनाओं पर नजर डालते हैं जिनके चलते उत्तरा खंड लाइमलाइट में रहा-
कावरियों पर पत्थरबाजी से जन आक्रोश
उत्तराखंड के विकासनगर से एक मामला सामने आया जहां कावरियों के एक समुह पर हमला किया गया, मामला दर्ज होने पर पुलीस ने तुरंत एक्शन में आकर कई बड़े फैसले लिए और गिरफ्तारियां भी की.
साल की सबसे बड़ी चोरी को दिया अंजाम
साल 2023 में उत्तराखंड ने साल की सबसे बड़ी चोरी को भी देखा, जब ज्वैलिरी शॉप से चोर 20 करोड़ रूपये के गहने उठा कर ले गए. कानून की नाक के नीचे हुई यह डकैती उत्तराखंड में इस साल की सबसे बड़ी डकैती है साथ की इस दौरान महामहीम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू प्रदेश में मौजूद थीं.
बेरोजगार आंदोलन का साक्षी बना उत्तराखंड
बता दें कि इसी साल उत्तराखंड को बेरोजगार और नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के जनव्यापी आंदोलन को भी देखना पड़ा. भर्तियों में हो रही धांधली और गड़बड़ के विरोध में गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन किया. इसकी शुरूआत छोटे स्तर पर ही हुई थी जोकि बाद में बड़े पैमाने पर हुआ.
अमृता की मौत ने दिलाई अंकिता हत्याकांड की याद
इस साल उत्तरकाशी की रहने वाली 18 वर्षीय अमृता की हत्या ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया, इसने पिछले साल सुर्खियों में रहने वाले अंकिता भंडारी हत्याकांड की याद दिला दी. बता दें कि अमृता का मृत शरीर उसके उस काम करने की जगह पर मिला था जिसने इस मामले को और भी संदिग्ध बना दिया था.
जोशीमठ की घटना रही चर्चाओं में
साल की शुरूआत में ही उत्तराखंड का जोशीमठ सुर्खियों में आ गया, बता दें कि चमोली जिसे के जोशीमठ की कई इमारतों में जमीन दरकने और दरार पड़ने की घटनाएं सामने आईं. इसके बाद खतरे वाले ईलाकों से लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया मगर इसने पूरे उत्तराखंड को खबरो में ला दिया था.
सिलक्यारा टनल पर रही सभी की निगाहें
इस साल सबसे ज्यादा ध्यान अगर किसी ने खींचा तो वो उत्तरकाशी टनल जिसे सिलक्यारा टनल भी कहते है ही रहा है. वहां दिवाली के समय 12 नवंबर को सुरंग में काम कर रहे 41 मजदूर अचानक मलवा आने से कई फीट अंदर जा फंसे. इसके बाद प्रशासन ने तुरंत हरकत में आते हुए कई बड़े फैसले लिए. कदम उठाते हुए विदेशों से मशीनों और टेक्नीशियंस को बुलाया गया. आखिर में तमाम मेहनत और मशक्कत के बाद सभी मजदूरों को सही सलामत निकाला गया मगर यह साल की ऐसी घटना रही जिसने देश के साथ पूरी दुनिया का ध्यान भी खींचा.
गंगोत्री हाईवे से बस बेकाबू होकर खाई में गिरी, 28 घायल
पहाड़ी जगहों पर हादसे होते ही रहते हैं इनमें कई लोग अपनी और अपनों की जान गवा बैठते हैं. ऐसी ही एक बड़ी घटना उत्तराखंड में देखने को मिली जहां गंगोत्री हाईवे से आगे जा रही बस अचानक बेकाबू होकर खाई में जा गिरी. इसमें 7 लोगों की मौत और 28 से ज्यादा लोगों को अपनी जान से हाथ गवानी पड़ी.
नमामि गंगे प्रोजेक्ट में काम कर रहे 16 लोगों की मौत
इसी साल उत्तराखंड के चमोली से भी एक बड़ा हादसा खबरों में रहा, जहां नमामि गंगे प्रोजेक्ट में काम कर रहे 16 लोगों की करंट लगने से मौत हो गई वहीं 11 लोग झुलस भी गए. इस घटना से पूरा देश स्तब्ध रह गया था.
साम्प्रदायिक तनाव रहा सुर्खियों में
उत्तराखंड के पुरोला में भड़का साम्प्रदायिक तनाम भी इस बार देखने को मिला जहां मुस्लिम युवक के एक हिंदू लड़की को भगा कर ले जाने की घटना सामने आई. लगातार बिगड़ते हालातों को देखते हुए ईलाके में घरा 144 लागू कर दी गई थी.
जमीन की खरीद फरोक्त में बड़ी धोकाधड़ी, वकील निकला दोषी
हमारे समाज में वकील एक प्रतिष्ठित पद है जिसे काफी इज्जत के साथ देखा जाता है, मगर यह भी उतना ही सच है कि आरोपी का कोई पद नही होता. इससे ही जुड़ा एक मामला उत्तराखंड में भी देखने को मिला जहां एक वकील अपनी शक्ति का प्रयोग करते हुए जमीन की खरीद फरोख्त कर रहा था. साथ ही जाली पेपर्स के जरिए कई दूसरे फ्रोड में भी ैशामिल था. मामला सामने आने से कई नामी वकीलों का नाम भी सामने आया. आगे चलकर वकील की मौत हो गई जिसने कई बड़े सवाल खड़े किए.