ऋषिकेश, आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान तीर्थ नगरी ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर आयोजित अक्षत कलश पूजन के उपरांत पूरे जिले के राम भक्त टोली प्रमुखों को सौंपे गए, जो तमाम गांव मोहल्लों कॉलोनियों में स्थित मंदिरों में राम भक्त एकत्रित होकर हनुमान चालीसा व भजन व शंख ध्वनि घंटे घड़ियाल बजाने के साथ भगवान की आरती करेंगे. सायंकाल में श्रीराम जय राम जय जय राम विजय महामंत्र का 108 बार सामूहिक जाप कर अपने घरों को लड़ियों से सजाते हुए पांच दीपक जलाएंगे.
सोमवार को ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर आयोजित स्वामीनारायण आश्रम के स्वामी भगत की अध्यक्षता अक्षत कलश पूजन समारोह के दौरान मुख्य वक्ता हनुमान मंदिर के पीठाधीश्वर डॉ स्वामी रामेश्वर दास में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित से कहा कि हिन्दू समाज पिछले 500 वर्षों से अपने भगवान आराध्य देव राम मंदिर के निर्माण की प्रतीक्षा में संघर्ष कर रहा था, जिस सपने को आज अपने सामने हिन्दू समाज साकार होते हुए देख रहा है, यह हिन्दू समाज के लिए गर्व का विषय है, इसे बनाने के लिए हजारों संतों ने अपनी बलिदान दिया है, यहां तक कि इस मंदिर के निर्माण को रोके जाने के लिए सरकारों ने नरसंहार भी किया, लेकिन हिन्दू समाज ने श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर अपना विश्वास बनाए रखा जो आज पूरी तरह बनकर तैयार हो रहा है. अब काशी विश्वनाथ और श्री कृष्ण का मंदिर भी बनेगा, जिसकी प्रक्रिया जारी है.
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक नितिन कुमार ने बताया कि आज जिला टोलियां को अयोध्या से आए अक्षत कलशों का वितरण किया जा रहा है. जिन्हें सभी टोलियां अपने-अपने मोहल्ले में धूमधाम के साथ ले जाए जाने के उपरांत अपने मोहल्ले के मंदिरों में स्थापित करेंगी. इसके पश्चात सभी राम भक्तों की टोलियां एक जनवरी से प्रत्येक घर में अयोध्या से आए अक्षत (हल्दी लगे चावल )भगवान श्री राम के मंदिर का चित्र व कार्यक्रम संबंधी पत्रक श्रद्धा पूर्वक पहुंचाए जाने का कार्य करेंगे. उनसे आग्रह करेंगे कि वह 22 जनवरी को अपने मोहल्ले के व घर में स्थापित किए गए मंदिर में स्थित देवी- देवता का भजन कीर्तन आरती पूजा के साथ श्री राम जय राम जय जय राम विजय महामंत्र का 108 बार सामूहिक जाप करें.
इसके साथ हनुमान चालीसा, सुंदरकांड ,राम रक्षा स्त्रोत आदि का सामूहिक पाठ भी करें. जिससे सभी देवी- देवता प्रसन्न होंगे और वातावरण सर्वत्र सात्विक एवं राम मय हो जाएगा. इसी के साथ टोलियों में शामिल राम भक्त यह भी आग्रह करेंगे, कि अयोध्या में आयोजित होने वाले 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रसारित किए जाने वाले सीधे प्रसारण को भी देखें.
दीपक तायल ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन सांयकाल सूर्यास्त के बाद अपने घर के सामने देवताओं की प्रसन्नता के लिए पांच दीपक अवश्य जलाएं, दीप मालाएं सजा कर खुशियां मनांए, यह कार्यक्रम विश्व के करोड़ों घरों में आयोजित कर भगवान श्री राम के अयोध्या में स्थापित किए जाने वाले मंदिर की खुशी में दीप उत्सव के रूप में मनाया जाएगा. इसी के साथ घरों पर जाने वाली सभी राम भक्त टोलियां राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों व सामाजिक राजनीतिक लोगों से यह भी आग्रह करेंगी कि प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत प्रभु श्रीराम लला के नवनिर्मित मंदिर के दर्शन के लिए वह अपने समय अनुसार अयोध्या में परिवार सहित पहुंचकर भगवान श्री राम के मंदिर के दर्शन करें.
कार्यक्रम में हनुमान मंदिर के पीठाधीश्वर डॉ. रामेश्वर दास, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक नितिन कुमार, हिन्दू जागरण के जिला अध्यक्ष राजेंद्र पांडे, उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, स्वामीनारायण आश्रम के स्वामी भगत, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा, विश्व हिन्दू परिषद की जिला अध्यक्ष राधा जैन , स्वामी अच्युतानंद, दीपक तायल, भगवान त्यागी, सुरेंद्र नेगी दिनेश सेमल्टी, भारत भूषण कुन्दनानी, गुरु प्रसाद उनियाल, सह संयोजक नीरज सहरावत, मनमोहन त्यागी, दीपक धमीजा, श्याम बिहारी सहित टोलियां के प्रमुख भी उपस्थित थे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार