नैनीताल: राज्य कर विभाग की ओर से क्रिसमस-नये वर्ष के मौके पर प्रदेश के नैनीताल, मसूरी व रामनगर जैसे पर्यटन स्थलों में होटलों व होम स्टे आदि में छापेमारी करने की योजना है, ताकि इस दौरान यहां ठहरने वाले पर्यटकों की संख्या और उनसे वसूले गये प्रभारों की जांच व सत्यापन कर कर रिसाव के स्रोतों की पहचान की जाये. इस योजना के तहत आज सोमवार को जिला मुख्यालय नैनीताल सहित कई स्थानों पर होटलों में राज्य कर विभाग द्वारा छापेमारी भी की गई है.
अलबत्ता ठीक नव वर्ष के मौके पर इस छापेमारी पर नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने आपत्ति जतायी है और इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है. एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने पत्र में कहा है कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था पूर्ण रूप से पर्यटन पर ही निर्भर है. यहां देश-विदेश से पर्यटकों का आवागमन रहता है. इससे हजारों परिवारों की रोजी रोटी चलती है और सरकार को भी करोड़ों की राजस्व प्राप्ति होती है.
उन्होंने कहा है कि उनके संगठन से जुड़े समस्त होटल, रिजॉर्ट पर्यटन विभाग में पंजीकृत हैं व हर नियम का पालन करते हैं। इस दौरान क्रिसमस व नये वर्ष के स्वागत की चहल पहल रहती है तथा उसके पश्चात तीन महीने तक काम बहुत कम हो जाता है. ऐसे में इस दौरान उनकी जांच करवाना उचित नहीं होगा. यदि राज्य कर विभाग जांच करना चाहता है तो उसे अपंजीकृत होटलों की जांच करनी चाहिए जिनका राजस्व अर्जित करने में कोई सहयोग नहीं होता है. पंजीकृत इकाइयों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार