उत्तरकाशी: उत्तरकाशी के संग्राम सेनानी चिंद्रिया लाल का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया. वीरवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का पार्थिव भागीरथी नदी के केदार घाट पर राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार हुआ.
घाट पर पुलिस जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और उपस्थित लोगों ने आजादी के आंदोलन की आखिरी पीढ़ी के इस प्रतिनिधि को विनत भाव से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नम आंखों से विदा किया.
तिरंगे से लिपटी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का पार्थिव देह को देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे थे. जिसने भी यह दृश्य देखा वह भावुक हो गया. हाथ जोड़े स्वाधीनता के सिपाही को अंतिम विदाई देने लगा. गुरुवार की सुबह 12 बजे पार्थिव देह को उनके निवास से बाहर लाया गया. कुछ देर दर्शनार्थ घर के बाहर रखा गया. इसके बाद अंतिम यात्रा शुरू हुई। नगर में भ्रमण करते हुए रामलीला मैदान के बाद केदार घाट स्थित अंतिम दर्शन स्थल पहुंची.
इधर जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. चिंद्रिया लाल के बन्दरकोट स्थित आवास पर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र भेंट कर शासन एवं प्रशासन की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के साथ ही सामाजिक सरोकारों में स्व. चिंद्रिया लाल का योगदान अविस्मरणीय और नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है.
बता दें कि लगभग 96वर्षीय चिंद्रिया लाल पिछ्ले लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। हाल ही में देहरादून के एक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। बीते 25 दिसम्बर को उन्हें उत्तरकाशी के बंदरकोट आवास पर लाया गया था। बीते बुधवार शाम सवा पांच बजे बंदरकोट स्थित आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एसडीएम भटवाड़ी चत्तर सिंह,पुलिस उपाधीक्षक अनुज कुमार एवं तहसीलदार डुंडा सीपी नगवान, पूर्व विधायक विजय पाल सजवाण, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनीष राणा,लोकेंद्र सिंह बिष्ट सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे.
साभार – हिंदुस्थान समाचार