ऋषिकेश: ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की हड़ताल के आह्वान का असर उत्तराखंड़ के कुछ हिस्सों में भी देखने लगा है जिसके चलते हाल ही में गढ़वाल विक्रम टेंपो वेलफेयर एसोसिएशन ने इस हड़ताल का समर्थन करते हुए मंगलवार को अपने सभी ऑटो विक्रम और ई-रिक्शा को सड़कों से हटा दिया गया है. इस वजह से लगातार दूसरे दिन दिन भी ऋषिकेश आने वाले यात्रियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है.
उल्लेखनीय कि केंद्र सरकार की ओर से मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन किए जाने के बाद इस एक्ट में किसी प्रकार की सड़क दुर्घटना में बस चालक को 10 साल तक की सजा और 7 लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान रखा गया है. इसके खिलाफ बस, ट्रक, टैक्सी चालकों के साथ अब ऑटो विक्रम और ई रिक्शा चालकों भी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं.
टीजीएमओसी लिमिटेड के अध्यक्ष जितेंद्र नेगी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जो मोटर व्हीकल एक्ट लाया जा रहा है, इसका विरोध किया जाएगा. इस हड़ताल में पहले स्थानीय ट्रांसपोर्ट को विश्वास में लिया जाएगा, जल्द रोडवेज और अन्य ट्रांसपोर्ट कंपनियों के साथ मिलकर यह हड़ताल की गई तो उसका असर पूरे राज्य में दिखाई देगा.
यह हड़ताल ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के समर्थन में की गई है. इस दौरान महासंघ के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत, यूनियन के अध्यक्ष नंदकिशोर जाटव, विक्रम यूनियन ऋषिकेश के उपाध्यक्ष विरेंद्र सिंह सजवाण, हरिमोहन, प्रवीण नौटियाल, राम आशीष, त्रिलोक सिंह भंडारी, ओमप्रकाश गुप्ता, सोहन गोंदियाल, दीपक सोनी, कमल सिंह राणा, विजय सिंह रावत, ई-रिक्शा यूनियन के सदस्य संजय शर्मा और राजीव बडथवाल भी उपस्थित रहे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार