हरिद्वार: खानपुर क्षेत्र में वर्षों से खाली पड़ी सैकड़ों एकड़ भूमि पर सिडकुल की स्थापना को लेकर पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने प्रस्ताव सरकार को दिया था. सरकार द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर कार्यवाही की जा रही थी. अब पूर्व विधायक चैंपियन के क्षेत्र में सिडकुल बनाए जाने का प्रस्ताव जमीन पर नजर आता दिख रहा है. यहां भूमि का सीमांकन करना शुरू कर दिया गया है.
खानपुर में सिडकुल लगाए जाने बाबत प्रस्ताव पर प्रथम बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में उद्योगपतियों की इन्वेस्टर मीट आयोजित कराई थी. जिसमें आमंत्रित उद्योगपतियों ने प्रदेश में उद्योग लगाने की सहमति जताई थी और उन्होंने भूमि की मांग की थी। सरकार ने इस पर प्रत्येक जनपद से प्रस्ताव मांगे थे। जिस पर तत्कालीन खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने खानपुर में सिडकुल लगाऐ जाने के बाबत प्रस्ताव दिया था.
इसके बाद सरकार के निर्देश पर सिडकुल और लक्सर तहसील प्रशासन की टीम ने क्षेत्र में स्थित सरकारी भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया था. उसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी थी. सरकार के निर्देश पर तहसील प्रशासन ने अलग-अलग जगह स्थित सरकारी भूमि को एक जगह इकट्ठा कराया, लेकिन इसी बीच किसी ने शासन से शिकायत की थी कि खानपुर खादर का क्षेत्र है, जिसमें सिडकुल की स्थापना नहीं हो सकती, क्योंकि यहां बरसाती पानी जमा रहता है. इसके चलते यह भूमि उद्योग के लिए उचित नहीं है. जिस पर सरकार ने आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर कमल जैन के नेतृत्व में टीम गठित कर क्षेत्र का सर्वे कर जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे.
आईआईटी की टीम ने प्रोफेसर कमल जैन के नेतृत्व में काफी दिनों तक क्षेत्र में सर्वे किया. सर्वे रिपोर्ट शासन को भेज दी थी. रिपोर्ट में कहा गया था कि यह भूमि सिडकुल के लिए उपयुक्त है. इसके बाद विधानसभा चुनाव से पहले 8 जनवरी को प्रदेश सरकार ने सिडकुल के लिए शासनादेश जारी कर दिया. दिसंबर 2023 में फिर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने देहरादून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में इन्वेस्टर्स मीट आयोजित कराई. उसके बाद अब शासन के निर्देश पर लक्सर तहसील प्रशासन और सिडकुल की टीम ने खानपुर क्षेत्र में स्थित सरकारी भूमि का सीमांकन करना शुरू कर दिया है.
हरिद्वार सिडकुल से आए क्षेत्रीय प्रबंधक अधिकारी गिरधारी रावत ने बताया कि प्रहलादपुर, शाहपुर, धरमपुर, मदारपुर में सीमांकन किऐ जाने का काम शुरू कर दिया है. इसके बाद इस पर चार दिवारी कराई जाएगी, ताकि उद्योगों को यहां का निरीक्षण कराया जा सके.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार