भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हमले की एक घटना को लेकर शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में ममता बनर्जी की सरकार का बने रहना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है. राशन वितरण घोटाले की जांच के सिलसिले में शुक्रवार सुबह उत्तर 24 परगना जिले में के संदेशखाली में तृणमूल नेता शेख शाहजहां के आवास पर छापा मारने की कोशिश कर रहे ईडी अधिकारियों पर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हमला किया और उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. अधिकारियों के अनुसार, ईडी अधिकारियों ने अपने क्षतिग्रस्त वाहनों को छोड़ दिया और जान बचाने के लिए ऑटो रिक्शा और दोपहिया वाहनों का सहारा लिया. कम से कम दो अधिकारियों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के पश्चिम बंगाल मामलों के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, ‘‘बंगाल इस तरह अराजक है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार का बने रहना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है.’’
मालवीय ने कहा कि ईडी और उसके साथ गए मीडिया की टीम पर उस समय हमला किया गया जब ब्लॉक स्तर के तृणमूल नेताओं शेख और शंकर आढ्य के परिसरों पर छापा मारा गया। दोनों राज्य के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के खास हैं जिन्हें घोटाले के सिलसिले में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
भाजपा नेता ने कहा कि सैकड़ों पुरुष और महिलाएं नारेबाजी करते हुए मौके पर जमा हो गए और अधिकारियों पर हमला कर दिया.
उन्होंने कहा, ‘‘शाहजहां, विशेष रूप से, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के करीबी हैं। ममता बंगाल की गृह मंत्री भी हैं.’’ मालवीय ने कहा, ‘‘यह संभव है कि जांच एजेंसी के अधिकारियों पर हमला करने गए लोगों में कई सारे अवैध घुसपैठिए ( बांग्लादेशी और रोहिंग्या) हों, जिन्हें स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने अपने वोट बैंक लिए संरक्षण दे रखा है.’’
साभार – हिन्दुस्थान समाचार