हरिद्वार: श्रीराम नाम विश्व बैंक समिति के तत्वाधान में ऋषिकुल स्थित श्री राम घाट पर संस्था के पदाधिकारियों ने वृहद स्तर पर सफ़ाई अभियान चलाया गया. गंगा घाटों पर फैली गंदगी को हटाते हुए वहां पर मौजूद अराजक तत्वों को भी मां गंगा के प्रति जागरूक किया गया और लोगों से गंगा तटों पर कपड़े न धोने की अपील की गयी.
श्रीराम नाम विश्व बैंक समिति के परमाध्यक्ष स्वामी आत्मयोगी देवजी महाराज ने कहा कि आगामी 22 जनवरी से पूर्व संस्था ने वृहद स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं. संस्था गंगा तट पर श्रीराम नाम लेखन जप महायज्ञ करेगी. समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पण्डित सुमित तिवारी ने कहा कि संस्था काफी समय से सामाजिक, धार्मिक क्षेत्र के साथ साथ पर्यावरण व मां गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए निरंतर अभियान चलाती आ रही है.
उन्होंने बताया कि संस्था ने गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए 5 सुझाव भेजे थे जिनको मोदी सरकार ने स्वीकार किया था तथा उस पर कानून भी बनाया था. लेकिन देश में जागरूकता की कमी होने के कारण अधिकांश लोग अपने घर के पूजा पाठ का कचरा गंगा जी में फेंक कर चले जाते है.
संस्था के महासचिव विकास गर्ग ने बताया कि संस्था ने 51 लाख करोड़ हस्तलिखित राम नाम का प्रण लिया है. राम नाम लिखने के लिए संस्था द्वारा सभी लोगों को नि:शुल्क कापी और फार्म वितरित किए जा रहे है. गंगा तट पर सफाई अभियान चलाने वालों में अलोक शर्मा, अक्षय चौधरी, ठाकुर रतन सिंह, करन पंडित, जोगेन्द्र मावी, महेन्द्र सिंह यादव, कमलेश यादव, रुद्रांश बंसल, वंश कौशिक, गंगा सिंह सम्मल, मुरारी लाल, भुवनेश कुमार आदि शामिल रहे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार