देहरादून: अंकिता भंडारी हत्याकांड का जिन्न बोतल में जाने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस ने एक बार फिर वीआईपी की पहचान का मुद्दा उठाया है. मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन करने के साथ कांग्रेसजनों ने जेसीबी चलाने वाले लोगों पर कार्रवाई न होने पर नाराजगी व्यक्त की और जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है.
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष जसविन्दर सिंह गोगी ने कहा कि प्रदेश सरकार मामले में दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है. रिसॉर्ट पर जेसीबी चलाने का आदेश देने वाली विधायक रेणु बिष्ट और एसडीएम प्रमोद कुमार पर कार्रवाई की मांग की गई है. कांग्रेस का कहना है कि मुख्य आरोपित भाजपा नेता या उसके परिजन हैं.
प्रदेश उपाध्यक्ष पूरण सिंह रावत ने कहा कि भाजपा लोगों की धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर चुनाव जीतती है और अगले पांच साल निरंकुश राज करती है. फिर से जब चुनाव आते हैं तो धार्मिक मुद्दे छेड़ कर लोगों में घृणा और द्वेष पैदा कर के राजनीतिक रोटियां सेकती है. इस आड़ में अंकिता को न्याय, भू कानून जैसे अहम मुद्दे गौण हो जाते हैं. अब लोग भाजपा का असली चरित्र समझ चुके हैं और भाजपा की ये काठ की हांडी बार बार चढ़ने वाली नही है. कांग्रेस इस मुद्दे को उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
इस अवसर पर प्रदेश महासचिव मनीष नागपाल ,महिला कांग्रेस महानगर अध्यक्ष ये श्रीमती उर्मिला थापा ,मंजू त्रिपाठी,जगदीश धीमान ,अनूप कपूर,अभिषेक तिवारी,सलमान ,वीरेंद्र पवार ,भूपेंद्र नेगी, अनिल शर्मा ,वकार अहमद ,मोहम्मद दानिश ,मुस्लिम अंसारी ,मोहम्मद इस्लाम ,मोहम्मद वसीम, गोपाल दास ,चुन्नीलाल, मुंशी राम ,नवीन कुमार आदि शामिल थे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार