देहरादून: सेलाकुई माया ग्रुप ऑफ कॉलेज और आईटीबीपी, देहरादून के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं. इस समझौते के अनुसार माया कॉलेज मानसिक तनाव से जूझ रहे जवानों को मनोवैज्ञानिक सेवाएं उपलब्ध कराएगी.
माया देवी एजुकेशनल फाउंडेशन की प्रबंध निदेशक डॉ. तृप्ति जुयाल सेमवाल एवं आईटीबीपी के डीआईजी (नॉर्दन फ्रंटियर) रमाकांत शर्मा के हस्ताक्षरों से अनुबंध हुए हैं. डॉ. तृप्ति जुयाल सेमवाल ने कहा कि सीमाओं पर देश की सुरक्षा कर रहे जवानों की सेवा करने का इससे अच्छा सहयोग और नहीं हो सकता कि जो जवान घर से दूर रहकर या किसी अन्य वजहों से मानसिक तनाव में हैं, उन्हें हम माया देवी एजुकेशनल फाउंडेशन मनोवैज्ञानिक रूप से काउंसलिंग कर तनाव रहित कर सकें.
डॉ. तृप्ति ने कहा कि माया देवी एजुकेशनल फाउंडेशन यह सेवाएं नि:शुल्क उपलब्ध करा रही हैं. उत्तर भारत में किसी भी जवान को तनाव का सामना करना पड़ता हैं तो हम बॉर्डर में जा कर भी उसको तनाव से दूर करने का प्रयास करेंगे. आईटीबीपी के डीआईजी रमाकांत शर्मा ने समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए माया देवी एजुकेशनल फाउंडेशन को बधाई दी. उन्होंने कहा कि माया देवी एजुकेशनल फाउंडेशन की यह अनूठी पहल है, जिससे जवानों को तनाव से दूर रखने में सहायता मिलेगी.
आईटीबीपी की डिप्टी कमांडेंट देश रत्ना ने डॉ तृप्ति को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण के दौरान आईटीबीपी फाउंडेशन को हर संभव सहायता प्रदान करेगा. आईटीबीपी के आईजी (नॉर्थन फ्रंटियर) संजय गुंजियाल ने माया देवी एजुकेशनल फाउंडेशन को इस एमओयू के लिए धन्यवाद दिया. आईटीबीपी के कमांडेंट (तेइसवी बटालियन) पीयूष पुष्कर एवं डॉ. तृप्ति ने इस एमओयू के उपरांत आईटीबीपी परिसर में रुद्राक्ष एवं नीम के पेड़ भी लगाकर यह संदेश दिया कि आईटीबीपी और माया देवी एजुकेशनल फाउंडेशन पर्यावरण के प्रति पूर्ण रूप से जागरूक हैं.
एमओयू के हस्ताक्षर के दौरान माया कैम्पस डीन डॉ. मनीष पाण्डे एवं डिप्टी डायरेक्टर आशुतोष बडोला उपस्थित थे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार