गोपेश्वर: चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी के डुमक गांव के लिए स्वीकृत सैंजी लगा मैकोट मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू किये जाने की मांग को लेकर गांव में ही धरना बुधवार को 14वें दिन भी जारी रहा. ग्रामीणों ने बुधवार को उप निरीक्षक भू वैज्ञानिक दीपक हटवाल का पुतला भी दहन किया. सड़क निर्माण की मांग को लेकर डुमक गांव के बजीर देवता मंदिर से निकली पदयात्रा मठ, झडे़ता होते हुए वजनी गांव पहुंच गई है.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि डुमक गांव के लिए स्वीकृत मोटर मार्ग के निर्माण कार्य शुरू करने की मांग को लेकर डुमक के ग्रामीण बीते 28 दिसम्बर से गांव में ही धरने पर बैठे है, वहीं क्षेत्र के कुछ युवा इसी मांग को लेकर पदयात्रा पर निकले हैं, जो घाटी के विभिन्न गांवों में पहुंच कर अपने आंदोलन के लिए समर्थन मांग रहे है. यह पदयात्रा 18 जनवरी को जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचेगी. पदयात्रा बुधवार को वजनी गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया.
ग्रामीणों की मांग
इस मौके पर आयोजित गोष्ठी में मठ के प्रधान संजय राणा ने कहा कि सैजी लगा मैकोट-बेमरु-स्यूंण-डुमक-कलगोठ सड़क 2019 के समरेखण के अनुसार बननी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की ओर से जानबूझकर के सड़क को लटकाया जा रहा है किंतु आंदोलन चरम सीमा पर है सभी लोग शांतिपूर्ण ढंग से इस आंदोलन को आगे ले जाना चाहते हैं.
पुतला दहन करने वालों में अंकित सिंह, लक्ष्मी देवी, गोदावरी देवी, रमेश, जगत सिंह, अभिषेक, रेखा देवी, कमला देवी, विमला देवी, बच्ची देवी, राजेंद्र सिंह भंडारी आदि शामिल थे। ग्रामीणों को समर्थन देने वालों में ग्राम प्रधान संजय राणा मठ झड़ेता, पूर्व प्रधान भगत सिंह राणा, मंमद अध्यक्ष राखी देवी, अनीता देवी, पुष्पा देवी, गोदावरी देवी, मतवार सिंह, विजय देवी आदि शामिल थे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार