हल्द्वानी: वेतन संशोधन, एनपीए में प्रबंधन का योगदान बढ़ाने सहित चार बिंदुओं लेकर संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर भारतीय जीवन बीमा निगम कर्मियों ने मंडल कार्यालय पर गेट प्रदर्शन किया.
एक घंटे के प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों, कर्मचारियों ने प्रबंधन पर अधिकारी-कर्मचारियों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाया. समस्याओं का जल्द समाधान नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी.
संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर एलआईसी के समस्त अधिकारी-कर्मचारियों ने काठगोदाम स्थित मंडल कार्यालय में भोजनावकाश से पूर्व एक घंटे गेट प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने वेतन संशोधन के लिए तत्काल सार्थक वार्ता किए जाने, एनपीए में प्रबंधन का योगदान 10 से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने, सभी संवर्गों में पर्याप्त भर्ती करने की मांग जोर-शोर से उठाई. कर्मचारियों, अधिकारियों के मुद्दों पर प्रबंधन के एकतरफा रवैये का विरोध किया.
प्रथम श्रेणी अधिकारी संघ के अध्यक्ष संजय पाठक ने कहा कि वेज रिवीजन अगस्त 2022 से देय होने के बावजूद अब तक वार्ता शुरू नहीं की गई है. विकास अधिकारी संघ के महामंत्री सौरभ तिवारी ने कहा कि प्रबंधन की ओर से कार्य के दबाव का संज्ञान नहीं लिया जा रहा. बीमा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने कहा कि एलआईसी में प्रीमियम संग्रह में वृद्धि तथा खर्चे के अनुपात में कमी आई है. कर्मचारी, अधिकारी वेतन पुनर्निर्धारण के हकदार हैं. चेतावनी दी कि प्रबंधन नहीं चेता, तो आंदोलन तेज किया जाएगा.
इसमें प्रदर्शन में भानु प्रकाश उपाध्याय, पंकज त्रिपाठी, शेखर जोशी, हरीश सिधवानी, घनश्याम, हेम पाठक, अशोक आर्य, खुशाल सिंह मर्तोलिया, कनिका शाही, भानु प्रकाश पांडे, राजेंद्र पांडे, पवन कुमार सक्सेना, भीम सिंह कार्की, गिरीश नैनवाल शामिल रहे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार