गोपेश्वर: चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी के डुमक गांव को सड़क से जोड़ने की मांग को लेकर ग्रामीणों का डुमक गांव में धरना मंगलवार को 21वें दिन भी जारी रहा.
ग्रामीण महिलाओं के साथ ही बुजुर्गों ने मंगलवार को क्षेत्रीय विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी का पुतला दहन कर अपना रोष प्रकट किया, वहीं सड़क की मांग को लेकर हल्ला बोल पदयात्रा कर रहे गांव के युवा 16वें दिन देवर गांव पहुंच गये हैं. जहां पर ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया तथा उनकी मांग का समर्थन करते हुए 18 को जिला मुख्यालय गोपेश्वर में आयोजित प्रदर्शन में भागेदारी करने की बात कही.
ग्रामीणों ने फूंका पुतला
गौरतलब है कि सैंजी लग्गा मैकोट-बैमरू-डुमक मोटर मार्ग निर्माण की मांग को लेकर डुमक गांव के ग्रामीणों की ओर से बीते 27 दिसम्बर से जहां डुमक गांव में ही धरना दिया जा रहा है, वहीं एक जनवरी से गांव के युवाओं की ओर से अपने आंदोलन को समर्थन मांगने के लिए गांव-गांव जाकर हल्ला बोल पदयात्रा भी निकाली जा रही है, जो विभिन्न गांवों से होते हुए मंगलवार को देवर गांव पहुंच गई है.
आश्वासन के बाद भी कोई एक्शन नहीं
गांव के लोगों ने उनका स्वागत किया और उन्हें आंदोलन का समर्थन भी दिया. संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि आंदोलन के 21 दिन हो गए हैं, लेकिन क्षेत्रीय विधायक की ओर से भी उनके आंदोलन को लेकर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई है. शासन-प्रशासन पहले ही ढुलमुल रवैया अपना रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पंवार भी डुमक में रामलीला मंचन के दौरान पहुंचे थे. उनसे भी उन्होंने सड़क की मांग को लेकर बात रखी थी, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिला पर कार्य कुछ नहीं हुआ. उन्होंने आक्रोश जताते हुए कहा कि सभी जनप्रतिनिधि उनके साथ धोखा ही कर रहे हैं.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार