देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी से भेंट की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने न्यूनतम 1000 मेगावाट के पिट-हेड थर्मल पावर प्लांट स्थापित करने के लिए राज्य को लगभग 125 मिलियन टन भण्डारण क्षमता की एक कोल ब्लॉक का आवंटन की मांग की.
सीएम धामी नें ओद्धोगिक विकास पर की चर्चा
इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अनुकूल औद्योगिक नीति के कारण राज्य में द्रुत गति से औद्योगिक विकास हुआ है, जिसके फलस्वरूप विद्युत की मांग में निरन्तर वृद्धि हुई है. सर्दियों के मौसम में बिजली की कमी गंभीर हो जाती है क्योंकि ठंडे तापमान के कारण नदियों में पानी का बहाव कम हो जाता है. राज्य में बिजली की मांग प्रतिवर्ष लगभग 4 से 5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है और लीन सीजन की अवधि में प्रतिदिन लगभग 4 से 5 मि.यू. की औसत कमी होती है. औद्यौगिकीरण बढ़ने के कारण आने वाले वर्षों में विद्युत की मांग और बढ़ने की सम्भावना है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा मंत्रालय की ओर से की गई संस्तुति के दृष्टिगत राज्य में विद्युत परियोजनाओं के तेज गति से विकास किये जाने के लिए यूजेवीएन लि. (राज्य सरकार का उपक्रम) और टीएचडीसी इण्डिया लि. के बीच एक संयुक्त उपक्रम (टीएचडीसीआईएल-यूजेवीएनएल एनर्जी कम्पनी लि.) का गठन किया गया है.
कोल ब्लॉक आवंटन पर सहयोग की दरकार
टीएचडीसी इण्डिया लि. की तापीय विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में भी अनुभव को ध्यान में रखते हुए राज्य की विद्युत मांग की आपूर्ति के लिए इस नए संयुक्त उपक्रम के माध्यम से एक पिट-हेड थर्मल पावर प्लांट स्थापित किया जाना प्रस्तावित है. उत्तराखंड राज्य उन कुछ राज्य में से एक है, जहां कोई भी थर्मल पावर स्टेशन संचालित नहीं है.
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से उत्तराखंड राज्य को एक कोल ब्लॉक का आवंटन प्राथमिकता पर करने का अनुरोध किया. केंद्रीय मंत्री ने यथासंभव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार