मसूरी: मसूरी में गुलदार दिखने और उसके हमलों की घटनाओं में पूरे क्षेत्र में तनाव बनाया हुआ है, वन प्रभाग के अंतर्गत विगत दिनों गुलदार के हमलों के बाद मसूरी वन प्रभाग के डीएफओ वैभव कुमार सिंह ने स्वयं मोर्चा संभाल लिया है. डीएफओ के नेतृत्व में वन प्रभाग की दो टीमें क्षेत्र में रवाना की हैं। इससे पूर्व डीएफओ वैभव कुमार ने वन कर्मियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिये गए.
गुलदार के आतंक से दहशत में लोग
कुछ दिनों से मसूरी वन प्रभाग रेंज में गुलदार की दस्तक से क्षेत्र वासियों में दहशत का माहौल है. गुलदार ने एक 5 वर्षीय बालक को अपना निवाला बना लिया था. साथ ही एक युवक पर भी हमला किया गया है, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया था. उसका इलाज मसूरी के दून अस्पताल में चल रहा है. इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुलदार के हमले को लेकर चिंता जताई थी, उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को गुलदार से निपटने और लोगों को बचाने के लिये उचित कदम उठाने के निर्देश दिये गए हैं. मसूरी वन प्रभाग रेंज में गुलदार की देखे जाने पर मसूरी वन विभाग की टीम में क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है.
मसूरी में सुरक्षा के लिए किये प्रयास
डीएफओ मसूरी वैभव कुमार सिंह ने बताया कि विगत दो सप्ताह से देहरादून मसूरी क्षेत्र के दो क्षेत्रों में गुलदार देखे जाने की घटना खबरों में आयी है. सूत्रों के हवाले से अभी तक दो बच्चों पर हमला भी किया गया है, इस घटना को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने पूरी तैयारी की है और दोनों क्षेत्रों में 24 कर्मियों की दो टीमें बनाकर रवाना की है, जिसमें एक टीम पुरुकुल सिंगली गांव क्षेत्र में जहां पहली घटना हुई थी, जो चौबीस घंटे मानिटरिंग करेगी और दूसरी टीम आईटी पार्क सहस्त्रधारा रोड पर तैनात किया गया है.
अफवाहों से दूर रहने की अपील
उन्होंने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्य पूर्ण है कि लोग गुलदार के शहरी क्षेत्र में घूमने की पुरानी वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर रहे है, जिससे लोगों में दहशत पैदा हो रही है. उन्होंने बताया कि पुलिस के उच्च अधिकारियों से पत्राचार कर गुलदार की पुरानी वीडियो दिखाकर लोगों में भय फैलाने का प्रयास कर रहे लोगों के खिलाफ आईपीसी और आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किये जाने का आग्रह किया है.
उन्होंने बताया कि सर्दियों के मौसम में गुलदार शहरी क्षेत्र की ओर रुख करता है. इससे लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह गुलदार देखे जाने पर वन विभाग को सूचना दे, जिससे की वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे का उचित कार्यवाही कर सके.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार