Haridwar: उत्तराखंड को देवताओं और संतों की भूमि माना जाता है यहां समय-समय पर ऐसे काम होते रहते हैं जोकि इसे अद्भुत और खास बनाते हैं. हाल ही श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के पूर्व सचिव श्रीमहंत रामानंद पुरी महाराज बुधवार को ब्रह्मलीन हो गए. उनको गुरुवार को समाधि दी जाएगी. रामानंद पुरी महाराज काफी समय से बीमार चल रहे थे. बता दें कि बीते दिन दोपहर के बाद उन्होंने श्री राम कृष्ण मिशन अस्पताल में अंतिम सांस ली.
उनके निधन पर श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने शोक जताते हुए उन्हें महान संत बताया. एसएमजेएन पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील बत्रा ने रामानंद पुरी महाराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे कॉलेज के भी सचिव रहे हैं. उनका निधन कॉलेज व संत समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है, उनके शोक में कल कॉलेज बंद रहेगा.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार