नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिनों के लिए तमिलनाडु के दौरे पर रहेंगे. इस यात्रा के कई राजनैतिक, धार्मिक और कूटनीतिक मायने बताए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री इस दौरान प्रदेश के विभिन्न महत्वपूर्ण मंदिरों के दर्शन करेंगे. इनमें धनुषकोटि में स्थित कोदंड रामस्वामी मंदिर, तिरुचिरापल्ली में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर और श्री अरुल्मिगु रामनाथस्वामी मंदिर प्रमुख हैं.
यात्रा में ये चीजें रहेगी खास
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी 20 जनवरी को सुबह करीब 11 बजे तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री इस मंदिर में विभिन्न विद्वानों से कम्ब रामायणम के छंदों का पाठ भी सुनेंगे. इस मंदिर में भगवान विष्णु का लेटे हुए रूप श्री रंगनाथस्वामी है.
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोपहर करीब दो बजे रामेश्वरम पहुंचेंगे और श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे. वह मंदिर में आयोजित ‘श्री रामायण पारायण’ कार्यक्रम में भी भाग लेंगे. कार्यक्रम में आठ अलग-अलग पारंपरिक मंडलियां संस्कृत, अवधी, कश्मीरी, गुरुमुखी, असमिया,बंगाली, मैथिली और गुजराती रामकथाओं (श्रीराम की अयोध्या वापसी के प्रसंग का वर्णन) का पाठ करेंगी. श्री अरुल्मिगु रामनाथस्वामी मंदिर में प्रधानमंत्री भजन संध्या में भी हिस्सा लेंगे, शाम को मंदिर परिसर में भक्ति गीत गाए जाएंगे.
यात्राओं का है यह खास अर्थ
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार 21 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी धनुषकोडी के कोदंड रामास्वामी मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे. यह मंदिर श्री कोदंड भगवान रामस्वामी को समर्पित है. कोदंड राम नाम का अर्थ धनुर्धारी राम है. ऐसा कहा जाता है कि यहीं पर विभीषण पहली बार भगवान श्रीराम से मिले थे और उनसे शरण मांगी थी. कुछ किंवदंतियां यह भी कहती हैं कि यही वह स्थान है,जहां भगवान श्रीराम ने विभीषण का राज्याभिषेक किया था. धनुषकोडी के पास प्रधानमंत्री अरिचल मुनाई भी जाएंगे. अरिचल मुनाई के बारे में कहा जाता है कि यहीं पर राम सेतु का निर्माण हुआ था.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार