Uttarakhand News: उत्तराखंड के मदरसों के भविष्य को उज्ज्जल बनाने के लिए आने वाले नए शैक्षणिक सत्र में राम कथा को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की बात बोली गई है. देहरादून वफ़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स की ओर से जारी बयान के अनुसार इसे जरूरी बताया गया है, उन्होने कहा कि हम मदरसों में पढ़ रहे बच्चों को भगवान श्री राम की तरह बनाना चाहते हैं न कि औरंगजेब की तरह.
बच्चों की अच्छी शिक्षा हमारी प्राथमिकता, शादाब शम्ज
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होने आगे कहा कि आने वाले सत्र में छात्रों के विकास के लिए उन्हें पैगंबर मौहम्मद के साथ ही राम के जीवन से जुड़ी कहानी के बारे में भी बताया जाएगा. खबरों की मानें तो इस फैसले को प्रदेश के बाकी मौलवियों की तरफ से भी इस कदम पर हामी भर दी गई है. बता दें कि शादाव शम्स वफ्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष होने के साथ एक भाजपा नेता भी है जोकि लंबे वक्त से उत्तराखंड की राजनीति में हैं.
बता दें कि उन्होने कहा कि आने वाले शैक्षणिक सत्र में उत्तराखंड के प्रमख खबरों जिसमें हरिद्वार, नैनीताल, उधम सिंह नगर और देहरादून शामिल हैं वहां राम कथा मार्च के नए सत्र से ही लागू किया जाएगा. राम की कहानी न केवल हिंदुओं बल्कि हर सच्चे इंसान के लिए हमेशा से ही एक प्रेरणा स्त्रोत रही है जिससे काफी कुछ सीखा जा सकता है.