Nainial: बीते पांच माह खासकर शीतकालीन बारिश नहीं होने से विश्व प्रसिद्ध नैनी झील का जल स्तर तेजी से गिर रहा है. बताया जा रहा है कि झील का जलस्तर हर रोज आधा से एक इंच तक घट रहा है. फलस्वरूप बीते वर्ष 10 सितंबर को 12 फीट रहा झील का जल स्तर करीब साढ़े चार माह में 5 फिट से अधिक घट कर 31 जनवरी तक 6 फीट साढ़े चार इंच के स्तर पर आ गया है.
लगातार कम हो रहा है स्तर
पिछले वर्ष आज की तिथि में झील का जल स्तर 6 फिट 11 इंच यानी इस वर्ष के मुकाबले आधे फिट से अधिक था. यह तब है, जबकि झील से कमोबेश पिछले वर्ष जितना ही जल स्तर का पीने व अन्य कार्यों के लिये दोहन किया जा रहा है, झील नियंत्रण कक्ष के प्रभारी रमेश गैड़ा ने बताया कि नैनी झील का जल स्तर सामान्य दिनों में आधा इंच और छुट्टी वाले दिनों में एक इंच तक यानी औसतन पौना इंच प्रतिदिन गिर रहा है. ऐसे में माना जा सकता है कि यदि आगे भी शीतकालीन वर्षा नहीं होती है तो अगले करीब 100 दिनों में यानी मई माह के पहले पखवाड़े में ही झील का जल स्तर शून्य पर आ सकता है और इससे पहले ही झील के किनारे डेल्टा नजर आ सकते हैं.
कैसे पड़ेगा असर?
उल्लेखनीय है कि नैनी झील पूरी तरह से बारिश पर आधारित प्राकृतिक झील है. झील सीधे वर्षा व बर्फबारी के जल से 60 प्रतिशत व भूमिगत जल से 40 प्रतिशत तक रिचार्ज होती है. खासकर शीतकालीन वर्षा व बर्फबारी नैनी झील का जलस्तर गर्मियों के मौसम तक बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. ऐसा न होने पर आगे नगरवासियों एवं सैलानियों को पेयजल आपूर्ति में अधिक कटौती सहित अन्य दुष्परिणाम झेलने पड़ सकते हैं.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार