Harak Singh Rawat: इन दिनों देश के कई राज्यों में ईडी की छापेमारी की खबरें सामने आती रहती हैं, उत्तराखंड भी इससे अछूता नही हैं. बता दें की हाल ही में प्रदेश के कांग्रेस नेता हरक सिंह के रावत के कई ठिकानों पर रेडमारी चल रही है. इस बीच दूसरी 10 से ज्यादा लोकेशंस पर कार्यवाही की जा रही है. खबरों की मानें तो इसे जमीन घोटालों से जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें चण्डीगड़, दिल्ली, उत्तराखंड समेत कुल 16 जगहों पर रेड की जा रही है.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इडी की तरफ से ये कार्यवाही प्रदेश के जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में इलीगल गतिविधियों से जुड़े होने को लेकर की जा रही है. कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत को पहले बीजेपी से ही जुड़े हुए थे जहां उन्हें पार्टी के खिलाफ काम करने के इल्जाम में सदस्यता से बेदखल कर दिया गया था. वहीं बाद में उन्होंने कांग्रेस का हाथ पकड़ कर राजनीति में दोबारा प्रवेश किया था.
उनके राजनीतिक करीयर को देखें तो नेत हरक सिंह रावत पहली बार 1991 में उत्तर प्रदेश में मंत्री बने थे. वह सबसे कम उम्र में मंत्री बनने वाले नेताओं में से एक हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में गढ़वाल से वह कांग्रेस के उम्मीदवार थे. हरक सिंह रावत उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड विधानसभा में भी बतौर सदस्य के रूप में काम कर चुके हैं. अभी उनके ठिकानों पर ईडी की तरफ से कार्यवाही की जा रही है. बता दें कि इससे पहले आम आदमी पार्टी समेत कई पार्टियों के नेताओं पर ईडी की तरफ से कार्यवाही की जा चुकी है.