Dehradun: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं का दौरा लगातार जारी है. इसी क्रम में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अल्का लांबा 22 फरवरी (गुरुवार) को देहरादून दौरे पर आ रही हैं. इस दौरान वो नारी न्याय सम्मेलन के साथ विभिन्न बैठकों में शामिल होकर महिलाओं में उत्साह भरने का काम करेंगी.
सम्मेलन को करेंगी संबोधित
प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने बताया कि संगठन महिलाओं के लिए आर्थिक, सामाजिक न्याय की मांग को लेकर देशव्यापी के तहत प्रदेश 22 फरवरी को देहरादून में प्रदेश स्तरीय न्याय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अल्का लांबा प्रतिभाग करेंगी. इसी दिन आयोजित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक भी शामिल होंगी.
उन्होंने बताया कि 22 फरवरी को महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष लांबा देहरादून में सुबह आएंगी. इसके बाद सुबह 11 बजे पत्रकारों से बातचीत करेंगी. फिर दोपहर 12 बजे से 03 बजे तक नारी न्याय सम्मेलन में प्रतिभाग करेंगी. इसके बाद प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में जिलाध्यक्ष, ब्लाक अध्यक्ष के साथ करीब 02 घंटे संवाद करेंगी. फिर उसी दिन शाम को देहरादून से रवाना होंगी.
उन्होंने कहा कि नारी न्याय सम्मेलन में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और अपराध को लेकर बातचीत की जाएगी. कांग्रेस महिला इसको लेकर सरकार से सवाल पूछने का काम किया जाएगा.
इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 28 जनवरी को देहरादून में विराट कार्यकर्ता सम्मेलन में सभी पंचों सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए चुनाव का बिगुल फूंक कर कार्यकर्ताओं में उत्साह भरा था. फरवरी माह में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा अपने दो दिवसीय दौरे में एक के बाद एक बैठकों से एकजुट होने का संदेश देने का काम किया.
इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों, विधायकों के अलावा अन्य विंग के साथ अलग-अलग मैराथन बैठक कर जीत के लिए फीड बैक लेते हुए राय शुमारी की. अब महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष लांबा के दौरे को मातृशक्ति में पार्टी की अधिक से अधिक पैठ बनाने से जोड़कर देखा जा रहा है. भाजपा ने पहले से ही मातृशक्ति में अपनी मजबूत पैठ बनाई हुई है. राज्य के पांचों लोकसभा सीट पर भाजपा दो बार से लगातार जीत दर्ज करती आ रही है. अब कांग्रेस का पूरा फोकस इस जीत के सिलसिला को रोकने को लेकर है. हालांकि कांग्रेस की आपसी गुटबाजी भी बड़ी चुनौती है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार