भोपाल: मध्य प्रदेश में आज (गुरुवार ) विकास के नए आयाम जुड़ेंगे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16,961 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे. इनमें से कुछ की आधारशिला रखेंगे और कुछ को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इनमें सिंचाई, बिजली, सड़क, रेल, जल आपूर्ति, कोयला, उद्योग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं. प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में साइबर तहसील परियोजना का शुभारंभ और उज्जैन में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का लोकार्पण भी करेंगे. यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी अवनीश सोमकुवर ने दी.
उन्होंने बताया कि राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में भोपाल के लाल परेड मैदान में शाम चार बजे कार्यक्रम शुरू होगा. कार्यक्रम का प्रदेश में 500 स्थानों पर सजीव प्रसारण होगा. इस दौरान प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में 5500 करोड़ रुपये से ज्यादा की सिंचाई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इन परियोजनाओं में अपर नर्मदा परियोजना, राघवपुर बहुउद्देशीय परियोजना और बसनिया बहुउद्देशीय परियोजना शामिल हैं. इन परियोजनाओं से डिंडोरी, अनुपपुर और मंडला जिलों में 75 हजार हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि सिंचित होगी. इस क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बढ़ेगी और पेयजल संकट भी खत्म होगा.
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन स्थित जीवाजीराव वेधशाला में स्थापित दुनिया की पहली ‘वैदिक घड़ी’ स्थापित की गई है. इस काल गणना की घड़ी से अब मुहूर्त भी देखे जा सकेंगे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (गुरुवार) शाम चार बजे भोपाल के लाल परेड ग्राउंड से उज्जैन में स्थापित इस विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का वर्चुअली उद्घाटन करेंगे.
इस संबंध में विभागीय अधिकारी बिन्दु सुनील ने बताया कि भारतीय कालगणना विश्व की प्राचीनतम, सूक्ष्म, शुद्ध, त्रुटिरहित, प्रामाणिक एवं विश्वसनीय पद्धति है. काल-परिमाण की इस सर्वाधिक विश्वसनीय पद्धति का पुनर्स्थापित विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के रूप में उज्जैन में प्रारंभ किया जा रहा है. उज्जयिनी की स्थापना सृष्टि के आरंभ से ही मान्य की जाती रही है.
जनसम्पर्क अधिकारी सोमकुवर ने बताया कि प्रधानमंत्री राज्य में 800 करोड़ रुपये से अधिक की दो छोटी सिंचाई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इनमें पारसडोह सूक्ष्म सिंचाई परियोजना और औलिया सूक्ष्म सिंचाई परियोजना शामिल हैं. ये सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाएं बैतूल और खंडवा जिलों में 26 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में सिंचाई करेंगी. इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी 2200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित तीन रेलवे परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इन परियोजनाओं में वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-जखलौन एवं धौरा-आगासोड मार्ग पर तीसरी लाइन की परियोजना, न्यू सुमावली-जोरा अलापुर रेलवे लाइन में गॉज परिवर्तन परियोजना, और पोवारखेड़ा-जुझारपुर रेल लाइन फ्लाईओवर की परियोजना शामिल हैं.
जनसम्पर्क अधिकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए प्रधानमंत्री लगभग 1000 करोड़ रुपये की औद्योगिक परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इन परियोजनाओं में रतलाम में बड़ा औद्योगिक पार्क, मुरैना जिले के सीतापुर में मेगा चमड़ा, जूते एवं सहायक उपकरण केंद्र, इंदौर में परिधान उद्योग के लिए प्लग एंड प्ले पार्क, औद्योगिक पार्क मंदसौर (जग्गाखेड़ी चरण-2) और धार जिले में औद्योगिक पार्क पीथमपुर का उन्नयन परियोजना शामिल हैं. साथ ही प्रधानमंत्री देश को कोयला क्षेत्र की 1000 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं समर्पित करेंगे. इनमें जयंत ओसीपी सीएचपी साइलो, एनसीएल सिंगरौली, और दुधिचुआ ओसीपी सीएचपी-साइलो शामिल है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार