Dehradun: उत्तराखंड का 2024-25 बजट को गुरुवार सायं विपक्ष के बहिगर्मन के बीच विधानसभा में ध्वनिमत से पारित किया गया. साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूडी ने सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया. चार दिन में सत्र का कुल संचालन 28 घंटे 25 मिनट तक चला. विनियोग विधेयक 2024-25 सहित कुल छह विधेयक पारित हुए. इस दौरान विधानसभा में कुल 304 प्रश्नों में से 104 प्रश्नों को उत्तरित किया गया.
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खण्डूडी ने सत्र व्यवस्थित रूप से संचालन में सहयोग के लिए पक्ष-विपक्ष का धन्यवाद किया. साथ ही सचिवालय प्रशासन, पुलिस प्रशासन सरकार के सभी विभागों सहित विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि पंचम विधानसभा का प्रथम सत्र को सुचारू रूप से संचालित करते हुए पीठ से बिना उठे रिकॉर्ड आठ घंटे 30 मिनट तक सत्र का लगातार संचालन किया. 28 फरवरी को रात्रि 11 बजकर 40 मिनट तक निर्बाध सत्र संचालित हुआ. 26 फरवरी से 29 फरवरी तक सदन की कार्यवाही 28 घंटे 25 मिनट तक चली.
उत्तराखंड सरकार ने पंचम विधानसभा के पहले सत्र में 27 फरवरी (मंगलवार) को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 89230.07 हज़ार करोड़ का आय-व्ययक (बजट) विधानसभा में पेश किया था. जिसमें राजस्व के लिए लेखे का व्यय 55815.77 करोड़ और पूंजीगत लेखे का व्यय 33414.30 करोड़ रहा. इसमें सरकार ने 14538 करोड़ पांच लाख के जेंडर बजट का भी प्रावधान किया है. इस बार बजट में 15 फीसदी बढ़ोतरी की गई. बजट पर चर्चा हुई. सत्ता पक्ष ने बजट को राज्य के ऐतिहासिक और विकासपरक बताया. वहीं, इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य सहित विपक्षी विधायकों ने बजट को कोरा और विकास विरोधी बताया. बजट पर चर्चा के बाद गुरुवार को विभाग वार बजट स्वीकृत किया गया.
इस दौरान विपक्ष के कुछ विधायक बजट चर्चा में शामिल होने की मांग कर रहे थे लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आपका नाम लिया गया था लेकिन आप उस समय सदन में मौजूद नहीं थे. जिस पर नेता प्रतिपक्ष, धारचूला विधायक सहित कांग्रेस विधायक बेल में आकर हंगामे करने लगे. इस दौरान पीठ पर कागज के टुकड़े उछालने के साथ ही डबल इंजन फेल होने का नारे लगाते रहे. विधानसभा अध्यक्ष विपक्षी विधायकों को बार-बार सीट पर बैठने का आग्रह करती रही. सदन ने चर्चा के बाद विपक्ष की बहिर्गमन के बीच बजट को ध्वनिमत से पारित कर दिया.
विधानसभा अध्यक्ष ने गुरुवार सायं सात बजकर कर पचास मिनट पर सत्र की कार्यवाही तय दिनों से एक दिन पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. सदन के पटल पर विनियोग विधेयक 2024-25 सहित कुल छह (06) विधेयक, पारित हुए.
राज्यपाल से संदेश सहित पुनर्विचार के लिए प्राप्त दो (02) विधेयक सदन के पटल पर रखे गए. एक (01) विधेयक वापस लिए गए. ग्यारह प्रतिवेदन सदन के पटल पर रखे गए. नियम-300 की 61 सूचनाएं, नियम -52 की 39 सूचनाएं, नियम 58 की 18, नियम 310 की 01 सूचनाएं प्राप्त हुई. सत्र के दौरान कुल प्राप्त अल्पसूचित प्रश्न- 45, कुल प्राप्त तारांकित प्रश्न/अतारांकित प्रश्न 256, नियम 40(2) के अन्तर्गत स्वीकार-3, कुल – 304 प्रश्न स्वीकार हुये. याचिकाएं 06 स्वीकृति हुई.
पारित हुए विधेयक:
-उत्तराखण्ड बाढ़ मैदान परिक्षेत्रण (संशोधन) विधेयक, 2024.
-उत्तराखण्ड लोक सेवा (कुशल खिलाड़ियों के लिए क्षैतिज आरक्षण) विधेयक, 2024.
-उत्तराखण्ड उत्तर प्रदेश गिरोहबन्द और समाज विरोधी कियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1986
साभार – हिन्दुस्थान समाचार