Haridwar: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों की चार दिवसीय क्षेत्रीय कार्यशाला का सोमवार को पतंजलि विश्वविद्यालय में शुभारंभ हुआ. कार्यशाला में एप के माध्यम से आंकड़ों के डिजिटलाइजेशन का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
पतंजलि योगपीठ के सह-संस्थापक आचार्य बालकृष्ण, उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनुज गोयल, वित्त नियंत्रक भूपेंद्र प्रसाद कांडपाल, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कुमार पांडेय तथा राष्ट्रीय मिशन प्रबंधक प्रभात ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया. कार्यशाला को भारत सरकार की संयुक्त सचिव स्मृति सरन, उप-सचिव निवेदिता प्रसाद ने वर्चुअली सम्बोधित किया. कार्यशाला में देश के 10 राज्यों उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, अंडमान-निकोबार, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है.
कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए आचार्य बालकृष्ण ने पतंजलि को नेशनल रिसोर्स ऑर्गेनाइजेशन के रूप में चयनित करने हेतु आभार व्यक्त किया. पतंजलि द्वारा किये जा रहे कार्यों को डिजिटलाइज किये जाने की चर्चा करते हुए उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहों के कार्यों को लोक ओएस एप के माध्यम से डिजिटलाइज करने हेतु सहयोग किये जाने की बात कही.
मिशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि प्रधानमत्री जी के संकल्प के अनुरूप मिशन द्वारा लखपति दीदी, तथा आंकड़ों के डिजिटलाइजेशन पर पर तेजी से कार्य किया जा रहा है.
कार्यशाला में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के प्रबंधकों तथा हैदराबाद से आये मास्टर ट्रेनर्स के साथ ही राज्य एवं जनपद स्तर के कार्मिकों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार