Dehradun: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सल्ट विधायक महेश जीना के अलावा चार अन्य पर देहरादून नगर आयुक्त और अन्य कर्मचारियों के साथ निगम कार्यालय में अभद्रता करने के मामले में कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है.
सल्ट से भाजपा विधायक महेश जीना अपने परिचित के टेंडर निरस्त होने से बौखलाए गए थे और विधायक अपने समर्थकों के संग मंगलवार को नगर निगम पहुंच गए. आरोप है कि इस दौरान टेंडर को लेकर उनकी नगर आयुक्त और निगम कर्मचारियों के साथ बहस हो गई. इसे लेकर कर्मचारियों में नगर निगम वाहन चालक संघ सचिव यशपाल सिंह की ओर से विधायक सल्ट महेश सिंह जीना के खिलाफ सरकारी कार्य में बलवा, सरकारी कार्य में बाधा डालने, गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है. मुकदमे में चार अन्य भी आरोपित हैं.
गौरतलब है कि नगर निगम चालक संघ के सचिव यशपाल सिंह ने कोतवाली में सरकारी कर्मचारियों और वरिष्ठ अधिकारियों से गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देना व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के संबंध में लिखित तहरीर दी है. इस तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली नगर पर मुकदमा अपराध संख्या 109/ 24 धारा 147 /186/ 504 /506 आईपीसी बनाम महेश जीना पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
सहस्रधारा रोड स्थित लीगेसी वेस्ट को खत्म करने के लिए हाल ही में नगर निगम की ओर से टेंडर डाले गए थे. इसमें तीन कंपनियों को मानक पूरा न करने पर बाहर दिया था. टेक्निकल बिड में पांच कंपनियां ही पहुंच पाई थीं. बताया जा रहा है, इसमें से एक कंपनी सल्ट से भाजपा विधायक महेश जीना के परिचित की थी. इस दौरान विधायक देहरादून नगर निगम पहुंचकर नगर आयुक्त गौरव कुमार और अन्य कर्मचारियों के साथ बदसलूकी का आरोप है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का महेश जीना विवाद पर कहना है कि जनप्रतिनिधियों को शालीनता का परिचय देना चाहिए और ऐसा आचरण नहीं करना चाहिए. इस संबंध में पहले ही विधायकों को कहा गया है कि शालीनता का ख्याल रखें. जनप्रतिनिधि को अधिकारी से मिलना और जानकारी लेना करना अधिकार है और अधिकारी कर्मचारी को भी सही जवाब देना चाहिए. गुस्सैल स्वभाव अधिकारी और जनप्रतिनिधि दोनों के लिए अच्छा नहीं है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार