Dehradun: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) निदेशक स्वाति एस.भदौरिया ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के निर्माण में विशेष तौर पर पहाड़ की नारियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस अधिकारों और संघर्षों को सम्मानित करने का अवसर है.
”अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस-2024” के अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड की ओर से महिलाओं को सशक्त बनाने और मातृ स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने व बेहतर बनाने के उद्देश्य को लेकर कार्यक्रम में बतौर अतिथि मिशन (एनएचएम) निदेशक स्वाति एस.भदौरिया ने यह बातें कही. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड के मातृ स्वास्थ्य अनुभाग द्वारा ”स्वस्थ महिला स्वस्थ बच्चा” थीम पर आधारित रहा. इस दौरान जमीनी स्तर की आशा कार्यकत्री से लेकर राज्य एनएचएम इकाई में योगदान देने वाली सभी महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करना था.
मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया ने कहा कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में पहाड़ की नारी की अहम भूमिका है. महिलाएं आज जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता के नए कीर्तिमान रच रही हैं. “महिलाएं समाज, राष्ट्र और सृष्टि की सृजनकर्ता है. हम एक दिन क्या पूरे वर्ष भी महिलाओं के लिए आयोजन करें तो कम है. महिलाएं पुरुषों के बराबर ही नहीं बल्कि उनसे कहीं आगे हैं.
उन्होंने कहा कि यदि एक बालिका पढ़ लिख लेती है तो वह अपने परिवार का ही नहीं संपूर्ण समाज का भला करती है. आज हमारे सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं जिसमें सबसे बड़ी लिंगानुपात है. इसे बराबर करने में प्रत्येक महिला एवं पुरुष की बराबर भागीदारी है. महिलाओं के प्रति समाज में अच्छी सोच बनाने के लिए आवश्यक है कि महिलाओं की सफलता की कहानियों को जन-जन तक पहुंचाया जाए.
उन्होंने कहा कि हमारे देश में आदिकाल से ही नारी शक्ति को पूजनीय माना गया है. आप पर्वतीय क्षेत्रों की महिलाएं भी पीछे नहीं है वह कृषि, पशुपालन, सिलाई, मशरूम उत्पादन आदि का व्यवसाय कर अपने परिवारों को समृद्ध बनाने के साथ-साथ रोजगार सृजन और वित्तीय आधार को मजबूत करके ग्रामीण अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
मिशन निदेशक स्वाति एस. भदौरिया ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मातृ स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए गर्भवती महिलाओं को पोषण किट का वितरण किया गया. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर मातृ एवं बाल स्वास्थ्य की प्रभारी अधिकारी डॉ. उमा रावत द्वारा स्वस्थ महिला, स्वस्थ बच्चा के बारे में तथा महिला दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला.
मातृ स्वास्थ्य के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. नितिन अरोड़ा ने मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बहुमुखी आयामों की जानकारी दी. इस दौरान एक व्यावहारिक प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन किया, जिसमें महिलाओं के स्वास्थ्य और मातृ कल्याण के ऐसे पहलुओं पर चर्चा की गयी. इस मौके पर महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए और स्वस्थ महिलाओं और स्वस्थ बच्चों के बीच अभिन्न संबंध पर जोर देते हुए पूरे राज्य में मातृ कल्याण को बढ़ावा देने के लिए अपना समर्पण दोहराया.
इस मौके स्वास्थ्य महानिदेशालय की निदेशक डॉ. सुनीता टम्टा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड महिलाओं के स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखता है. साथ ही समग्र स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करने के व्यापक लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं. राज्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय में आयोजित इस उत्सव में निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, निदेशक एनएचएम, समस्त प्रभारी अधिकारी एवं यूएसएआईडी टीम, एनएचएम इकाई में योगदान देने वाली सभी महिला फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के अलावा अन्य मौजूद रहे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार