Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलने के बाद भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगें पूरी नहीं हुई है, जिससे उनमें रोष है. पूरे प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 19 फरवरी से नगर के दीनदयाल पार्क में धरने पर बैठे हैं. गुरुवार को भी 25वें दिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का धरना जारी रहा.
क्या हैं कार्यकर्ताओं की मांगें?
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग है कि न्यूनतम मजदूरी छह सौ रुपये प्रतिदन के हिसाब से 18 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाए और सीनियरिटी के आधार पर 15 वर्ष पूरे होने पर प्रतिवर्ष सबका मानदेय बढ़ाया जाए. इनकी अन्य मांगों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिटायरमेंट होने पर 10 लाख रुपये देने, इंटर पास कार्यकर्ताओं को उनके 50 वर्ष पूरे होने पर उनके मानदेय वृद्धि, कार्यकर्ताओं को गोल्डन कार्ड जारी करने की मांग शामिल है. संगठन के नेताओं का कहना है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आखिरी दम तक लड़ेंगे, चाहे उसका हश्र कुछ भी हो. धरने पर रेखा नेगी, मीनाक्षी रावत, पूनम कैन्तौरा, पिंकी, ज्योतिका पांडे, सुधा और सोनी सहित अन्य लोग शामिल बैठे हैं.
उल्लेखनीय है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने 5 फरवरी को विधानसभा के समाने रैली कर अपना ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपा था. 16 फरवरी को हर जिले में जिलाधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे गए और आश्वासन न मिलने पर 19 फरवरी से कार्य बहिष्कार प्रारंभ हो गया. 3 मार्च को प्रशासन ने भी मुख्यमंत्री से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलवाया था, लेकिन बात केवल एक कमेटी के गठन तक बढ़ी है. इस कमेटी को मानदेय बढ़ोतरी और अन्य प्रकरणों पर विचार करने को कहा गया है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार