जोशीमठ: सड़क सम्पर्क से वंचित सुदूरवर्ती ग्राम डुमक के ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है. बुधवार को ग्रामीणों ने डुमक गांव में रैली निकालकर रोड नहीं तो वोट नहीं का संकल्प लेते हुए राजनैतिक दलों को सड़क निर्माण के बाद ही गांव में प्रवेश करने व वोट मांगकर शर्मिंदा न करने का संदेश भी दिया.
विकास संघर्ष समिति के तत्वावधान में आयोजित इस रैली में बड़ी संख्या मे ग्रामीणों ने भाग लिया. पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य व बरिष्ठ समाजसेवी प्रेम सिंह सनवाल ने कहा कि विकास के बड़े बड़े दावे करने वाली सरकारें आजादी के बाद से अब तक डुमक गांव को सड़क से नहीं जोड़ सकी और हर चुनाव में ग्रामीणों को झूठे आश्वासन देकर ठगा जाता रहा लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह भंडारी ने कहा कि ग्रामीणों के लम्बे आंदोलन के बाद बीती 20 फरवरी को एसई पीएमजीएसवाई, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव एवं स्टार कंस्ट्रक्शन ने दूरभाष पर एक सप्ताह मे कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया था, 29 मार्च को एसडीएम जोशीमठ ने भी डुमक गांव पहुंचकर ग्रामीणों से वार्ता की, लेकिन सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो सका और अब ग्रामीणों चुनाव बहिष्कार का अंतिम फैसला ले लिया है.
इस मौके पर अंकित भण्डारी, अंकिता देवी, फागुनी देवी, बबिता व 80 वर्षीय पूना देवी सहित ग्रामीण मौजूद रहे.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार