Dehradun: मतदान को लेकर मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पुलिस अत्यंत दुर्गम क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों और आसपास के क्षेत्रों पर निगरानी रखने के लिए ड्रोन से निगरानी रखेगी. इसके लिए अस्थाई कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. ड्रोन से भेजी गई तस्वीरों का अवलोकन कर तत्काल बिना कोई समय गंवाए तलाशी और जांच की जाएगी.
उत्तराखंड में विषम भौगोलिक स्थितियों की वजह से अनेक ऐसे स्थान हैं जहां पर सी.सी.टी.वी कैमरा लगाया जाना सम्भव नहीं हैं और जहां सर्विलांस एवं फोटो/वीडियोग्राफी अत्यंत मुश्किल कार्य है. अत्यंत दुर्गम क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों के साथ ही आस-पास के ऐसे मतदान केंद्र जहां पर सी.सी.टी.वी कैमरा स्थापित नहीं किए जा सकते हैं. ऐसी सड़क गलियां अथवा रिहायशी कॉलोनी जहां सी.सी.टी.वी कैमरा नहीं लगाए जा सकते हैं वहां पर ड्रोन से निगरानी रखने के लिए नियोजित प्रक्रिया अपनाई गई.
अस्थाई कंट्रोल रूम स्थापित
उत्तराखंड पुलिस की ओर से एक अस्थाई कंट्रोल रूम केवल ड्रोन से भेजी गई तस्वीरों का अवलोकन करने के लिए स्थापित किया गया. ड्रोन इन भेजी गयी तस्वीरों और वीडियो का निरीक्षण/परीक्षण करते हुए संदिग्ध व्यक्ति,संदिग्ध वस्तु व संदिग्ध क्रियाकलापों की सूचना तत्काल पुलिस हेड क्वार्टर में स्थित चुनाव परिचालन केंद्र को भेजे जाएंगे. चुनाव परिचालन केंद्र की ओर से उक्त के अनुसार संदिग्ध व्यक्ति,वस्तु,स्थान घटना की सूचना संबंधित पुलिस अधिकारी को दी जाएगी. जिसके तत्काल बाद बिना कोई समय गंवाए उक्त व्यक्ति वस्तु स्थान की तलाशी करते हुए एक प्रारम्भिक सूक्ष्म जांच की जाएगी. जिसके परिणाम स्वरूप भविष्य में होने वाली लॉ एंड आर्डर संबंधी समस्या का तत्काल निराकरण संपादित होगा.
ड्रोन फ्लोचार्ट इस प्रकार रहेगा
ड्रोन ऑपरेटर की ओर से ड्रोन से खींचे गए फोटो/वीडियो का अस्थाई कंट्रोल रूम में अवलोकन किया जाएगा. संदिग्ध वस्तु, व्यक्ति, स्थान, घटना को लोकेट किया जाएगा. इसके उपरांत चुनाव परिचालन केंद्र को इससे संबंधी सूचना भेजी जाएगी. संबंधित ड्यूटीरत पुलिस अधिकारी को सूचना भेजी जाएगी, इसके उपरांत संबंधित पुलिस अधिकारी की ओर से सूक्ष्म जांच करते हुए समुचित कार्रवाई की जाएगी.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार