Lok Sabha Election: उत्तराखंड लोकसभा चुनावों में इस बार 55.50 प्रतिशत ही मतदान हुआ है काफी कम है. साल 20219 की तुलना में वोटिंग के प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई. वहीं कई जगहो पर मतदान का बहिष्कार करने की भी खबरें सामने आई हैं. पिछले चुनावों के समय केवल 10 जगहों से ही ऐसी खबरें सामने आईं थीं वहीं इस बार यह आंकड़ा 25 से भी आगे जा पहुंचा है.
देहरादून का हाल
मतदाताओं में चुनावों को लेकर दिखी हताशा को लेकर अब विश्लेष्ण भी किया जा रहा है. देहरादून के चकराता क्षेत्र में 12 गांवों के लोगों की तरफ से वोट नहीं किया गया. कईयों पर सुबह से लेकर शाम तक सन्नाटा पसरा रहा. इसके पीछे की वजह कई जगहों पर जनता के मुद्दों की सुनवाई न किया जाना रहा. वहीं मसूरी विधारसभा क्षेत्र में भी केवल कुछ गिनती के मतदाताओं ने आकर वोट किया.
चमोली के गावों में भी हुआ बहिष्कार
चमोली के आठ गांवों में वोट नहीं डाले गए हैं, वहां पर भी ग्रामीणों ने मतदान से दूरी बनाकर रखी. निजमुला घाटी के ईराणी गांव में केवल एक ग्रामीण का वोट पड़ा है वहीं पाणा, गणाई, देवराड़ा, सकंड, पंडाव, पिनई और बलाण गांव में बिल्कुल भी वोटिंग नहीं हुई है.
जानें पौड़ी का हाल
पौड़ी जनपद के विकास खंड पाबौ के मतदान केंद्र चैड़ में कोई वोट करने के लिए अपने घरों से नहीं निकला. खबर सामने आने पर आनन-फानन में निर्वाचन विभाग की टीम गांव पहुंची और ग्रामीणों से वोट करने की अपील की. इसके बावजूद भी वहां पर केवल 13 लोगों ने ही वोट किया.
पिथौरागढ़ में एक ही स्थिती
उत्तराखंड के धारचूला में तीन स्थलों पर भी मतदान का बहिष्कार किया गया है. निर्वाचन की टीम के मनाने और समझाने के बाद भी वहां की स्थिती में कोई बदलाव नहीं आया.