Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को नई दिल्ली में आयोजित हिन्दू नववर्ष महोत्सव में प्रतिभाग किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दू नववर्ष महोत्सव कई मायनों में विशिष्ट है. सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ कर आत्मिक शांति प्राप्त हुई है. ब्रह्म पुराण के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ब्रह्मा ने सृष्टि का निर्माण किया था. इस दिन को नव संवत्सर, गुडीपडवा सहित कई नामों से देश के अलग-अलग क्षेत्रों में मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि आज भी हमारी गणना इतनी सटीक है कि अमावस्या और पूर्णिमा सहित सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण जैसी खगोलीय घटनाओं की सटीक जानकारी हमें पहले ही प्राप्त हो जाती है. इन सबका आधार पूर्ण रूप से वैज्ञानिक है. इतनी विशेषताओं को समेटे हुए नववर्ष वास्तव में कुछ नया करने की प्रेरणा देता है. ग्रहों की चाल पर आधारित नववर्ष सबसे विशिष्ट और वैज्ञानिक है, फिर भी यह दुर्भाग्य है कि समाज एक स्वर में भारतीय नववर्ष को नहीं मनाता.
पूरे विश्व में शान से फहरा रही भारतीय सनातन संस्कृति की धर्म ध्वजा
उन्होंने कहा कि भारतीय नववर्ष के प्रति इतनी उदासीनता का मुख्य कारण संस्कृति के संवर्धन के प्रति पूर्व की सरकारों की उदासीनता रही, परंतु 2014 के पश्चात समय बदल चुका है. नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में पुनः भारतीय सनातन संस्कृति की धर्म ध्वजा पूरे विश्व में शान से फहरा रही है.
कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति से दशकों तक टेंट में थे रामलला
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के कारण भगवान राम अयोध्या में दशकों से एक टेंट में रहने को मजबूर थे. मोदी को देश की सेवा करने का अवसर मिला तो उन्होंने दृढ़ निश्चय के साथ अयोध्या में श्रीराम का भव्य-दिव्य मंदिर बनवाकर रामलला को टेंट से महल में लाने का कार्य किया.
संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में आगे बढ़ रही भाजपा सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने केदारनाथ तथा बद्रीनाथ धाम के पुनर्विकास कार्यों में हर कदम पर साथ दिया. इतना ही नहीं, देवभूमि के विभिन्न पौराणिक मंदिर जिनके पुनर्विकास पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता थी, उन मंदिरों के लिए प्रधानमंत्री के सहयोग और मार्गदर्शन में मानसखंड मंदिर माला मिशन भी प्रारंभ किया गया. मानसखंड के विभिन्न पौराणिक मंदिरों का पुनर्विकास और वहां तक पहुंचने की बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा रही है. इतना ही नहीं, मोदी के नेतृत्व में बने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और उज्जैन के महाकाल लोक जैसे निर्माण कार्य आज विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं. मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार अब देश के साथ ही विदेशों में भी सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में आगे बढ़ रही है.
मुख्यमंत्री धामी का संकल्प, विश्वभर में मनाएंगे रामायण उत्सव
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हाल ही में हमने अपने संकल्प पत्र में यह संकल्प लिया है कि हम विश्वभर में रामायण उत्सव मनाएंगे. ऐसे संकल्प केवल वही ले सकते हैं जिन्होंने सनातन संस्कृति को अपना माना हो. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार के साथ देश का चहुंमुखी विकास भी हुआ है.
उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू कर सभी को समान अधिकार देने की पहल की है. वहीं धर्मांतरण विरोधी कानून बनाकर और लैंड जिहाद के विरुद्ध कार्रवाई कर हमने ये बता दिया है कि सनातन के खिलाफ किया गया कोई भी कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. भाजपा समान नागरिक संहिता की बात कर रही है तो वहीं कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में मुस्लिम पर्सनल लॉ की बात कर रही है. यह बहुत शर्मनाक है. जब देश में चुनाव चल रहा है तो ये दल मंदिरों में जाने का ढोंग कर रहे हैं. दिल्ली में केजरीवाल की पार्टी बहुत धूर्तता से कार्य कर रही है. कांग्रेस तमाम विदेशी शक्तियों के साथ मिलकर मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोकना चाहती है.
दिल्ली की सात सीट जीतकर मोदी को देनी है
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड में मतदान हो चुका है और पांचों सीट भाजपा जीत रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की सात की सात सीट जीतकर देनी हैं और मोदी को एक बार फिर देश का प्रधानमंत्री बनाना है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार